मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन में लोगों को कुछ राहत देने जा रहे हैं. सीएम योगी ने कहा कि जो भी जिले ग्रीन जोन में वहां उद्योग और दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाएगी. हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने एक इंटरन्यू में कहा कि रेड और ऑरेंज जोन को लेकर वृहद योजना तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि मार्च के पहले सप्ताह में कोरोना का मामला सामने आया था. प्रधानमंत्री ने जब होली के सभी कार्यक्रम रद्द करने के लिए अलर्ट किया था तभी हमने शैक्षणिक संस्थान, मॉल और मल्टीप्लेक्स बंद कर दिए थे.
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 22 मार्च को जब जनता कर्फ्यू लगाया गया तभी प्रदेश के 16-17 जिलों में लॉकडाउन लग चुका था. बाकी में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू कर दिया गया. उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश जैसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य में लॉकडाउन का पालन कराना बड़ी चुनौती है. गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों के लिए लगातार काम किया जा रहा है. मजूदरों को एक हजार रुपये की मदद दी गई है. दूसरी किश्त भी गरीबों के खाते में ट्रांसफर कर दी गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 10 लाख प्रवासी मजदूरों की समस्याओं के लिए मंत्री और अधिकारियों के स्तर पर कमेटी बना दी गई है.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों में फंसे मजूदरों को वापस ला रही है. इसके लिए पूरा प्लान तैयार है. मजदूरों को वापस लाने के बाद 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में भेज दिया जाता है. कोरोना के मरीजों के लिए विभिन्न अस्पतालों में 52 हजार बैड तैयार हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह का जोखिम लेना नहीं चाहती है. उन्होंने कहा कि 3 मई के बाद प्रधानमंत्री के निर्देश के तहत ग्रीन कैटेगरी वाले जिलों में उद्योग और दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाएगी.
Source : News State