उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी औद्योगिक इकाइयां अपने-अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कर दें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने कार्यालय लोकभवन में कोर टीम के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोकस प्रदेश की सभी औद्योगिक इकाइयों पर था. योगी ने कहा कि वह इस आपदा में मानवीयता एवं संवेदना का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने कर्मियों की पूरी मदद करें. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन के बाद श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए सरकार ने निजी क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को अपने कर्मचारियों के वेतन के भुगतान का निर्देश दिया था.
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आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के भरण पोषण में दिक्कत न हो
अब अधिकारी पता करें कि कहीं किसी इंडस्ट्री ने अपने कर्मियों का वेतन रोका तो नहीं है. लॉकडाउन के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के भरण पोषण में दिक्कत न हो. इसके लिए राज्य सरकार ऐसे परिवारों को राशन के साथ-साथ 1,000 रुपये का भरण पोषण भत्ता देगी. मुख्यमंत्री ने ऐसे परिवारों को चिन्हित कर उनके भरण पोषण भत्ता देने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां कोविड-19 से जुड़े मरीज हैं, वहीं अक्सीजन और वेंटिलेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
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अब तक 512़ 98 करोड़ रुपये का भुगतान
उन्होंने बताया कि अभी तक सरकार ने औद्योगिक इकाईयों में तैनात श्रमिकों को अब तक 512़ 98 करोड़ रुपये का भुगतान कराया जा चुका है. इसके अलावा 23़ 70 लाख श्रमिकों को सरकार 236़ 98 करोड़ रुपये भरण-पोषण भत्ते के रूप में दे चुकी है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने निजी क्षेत्र की शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सालयों एवं अन्य कार्यालयों में कार्य करने वाले अस्थायी कर्मचारियों को भी लॉकडाउन अवधि का मानदेय अनिवार्य रूप से दिए जाने के निर्देश दिए.