उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने बीजेपी (BJP) नेता द्वारा एक महिला के साथ मारपीट मामले में गृह विभाग से रिपोर्ट मांगी है. मुख्यमंत्री ने मामले की विस्तृत जांच के साथ ही आरोपी श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जो फिलहाल फरार है. वहीं इस पूरे मामले में एक इंस्पेक्टर, एक एसआई और 4 कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. इससे पहले नोएडा पुलिस ने सोमवार को त्यागी के 10 करीबी रिश्तेदारों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 447, 504,506,323,419, 120बी, 332 और 353 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी (omex society) से बीती रात गिरफ्तार किए गए सभी छह लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
श्रीकांत त्यागी के वकील सुशील भाटी ने कहा, श्रीकांत त्यागी छिपे नहीं है. उन्होंने कहा, "हम न्यायिक प्रणाली के साथ सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन हमें अपनी सुरक्षा का डर है, इसलिए हमने अदालत का रुख किया है." भाटी ने कहा, "हमें श्रीकांत त्यागी के भागने की जानकारी नहीं थी. हमने मीडिया से सुना कि उन्हें उत्तराखंड में देखा गया था, लेकिन मैं कह सकता हूं कि वह छिपा नहीं है और वह सहयोग करना चाहते हैं." ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोर्ट में स्वघोषित बीजेपी कार्यकर्ता श्रीकांत त्यागी ने सरेंडर अर्जी दी है. पुलिस ने शुक्रवार (5 अगस्त) को उनके नोएडा के ओमेक्स सोसायटी में एक महिला के साथ मारपीट और गाली-गलौज करने के आरोप में मामला दर्ज किया था.
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इस पूरे मामले में उत्तराखंड पुलिस ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी तक श्रीकांत त्यागी के मामले में उनसे संपर्क नहीं किया है. उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी ने कहा, 'यूपी पुलिस ने अभी तक हमसे इस मामले में संपर्क नहीं किया है. उत्तराखंड पुलिस अलर्ट पर है. डीजीपी ने कहा, मैंने त्यागी की निशानदेही पर कार्रवाई करने के लिए हरिद्वार एसएसपी और देहरादून एसएसपी को सतर्क कर दिया है. " हालांकि, एसएसपी देहरादून ने कहा कि उन्हें अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से पता चला कि नोएडा पुलिस आई और वापस चली गई. नोएडा पुलिस ने सोमवार को श्रीकांत त्यागी का एक पोस्टर जारी किया और उसकी गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये के इनाम की घोषणा की. एक दिन पहले नोएडा जिला प्रशासन ने त्यागी द्वारा अपने सोसायटी में अवैध रूप से बनाए गए एक ढांचे को ध्वस्त कर दिया था.