Ram Mandir Ayodhya: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या के राम मंदिर में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और यूपी विधानसभा और विधान परिषद के अन्य सदस्यों के साथ रामलला के दर्शन किए. इस दौरान उन्होंने राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधान परिषद में बीजेपी के सदस्य बसों द्वारा रविवार दोपहर करीब 12 बजे अयोध्या पहुंचे. जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. रास्ते में लोगों ने बाराबंकी और अयोध्या की सीमा के पास विधायकों पर फूलों की वर्षा की. यूपी के विधायकों के काफिले के स्वागत के लिए बुलडोजर खड़े किए गए थे. जिनमें भरकर विधायकों पर फूल बरसाए गए.
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क्या बोले डिप्टी सीएम केपी मौर्य
राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने कहा कि, "आज सभी विधायकों को अयोध्या में भगवान राम से आशीर्वाद लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. वह अपना आशीर्वाद दें और 2047 तक हम विकसित भारत बन जाएं."
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath, Deputy CMs KP Maurya, Brajesh Pathak and members of the UP Assembly & Legislative Council offer prayers at Ayodhya's Ram Janmabhoomi Temple. pic.twitter.com/CI3IjfNmVn
— ANI (@ANI) February 11, 2024
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वहीं प्रदेश मंत्री नंद गोपाल नंदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, "विपक्ष में तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले लोग हैं, चाहे वह कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी. उनके पूर्वजों को समाजवादी पार्टी विरासत में मिली और उन्होंने सनातन धर्म का विरोध किया." वहीं यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि वह भगवान राम के प्रत्यक्ष दर्शन कर खुद को भाग्यशाली मानते हैं.
#WATCH | UP Assembly Speaker Satish Mahana says, "I am very emotional because when I came to this place, there was a structure here, which was demolished in front of us on December 6. I had come here at the time when a bullet was fired in 1990. I came here at the time when the… pic.twitter.com/00FQjQ28fC
— ANI (@ANI) February 11, 2024
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राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद महाना ने कहा कि, "मैं बहुत भावुक हूं क्योंकि जब मैं इस स्थान पर आया था, तो यहां एक संरचना थी, जिसे 6 दिसंबर को हमारे सामने ध्वस्त कर दिया गया था. मैं उस समय यहां आया था. जब 1990 में गोली चली थी. मैं उस समय यहां आया था जब मंच का निर्माण हुआ था. और आज मेरा सौभाग्य है कि मुझे भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन करने का सौभाग्य मिला." बता दें कि अयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. उसके बाद अगले दिन यानी 23 जनवरी को राम मंदिर के कपाट आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिए गए.
Source : News Nation Bureau