मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बुंदेलखंड से कल यानि मंगलवार को बेहद महात्वाकांक्षी हर घर नल योजना (Water Scheme) का शुभांरभ करेंगे. जल जीवन मिशन की बड़ी पेयजल योजना का शुभारंभ करने सीएम योगी खुद बुंदेलखंड जाएंगे. पीएम मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. बुंदेलखंड, विंध्याचल, इंसेलाइटिस प्रभावित क्षेत्रों और आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना की शुरूआत होगी. पहले चरण में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के लिए 2185 करोड़ की परियोजना की शुरूआत होगी.
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कुल 10 हजार 131 करोड़ की परियोजना
महोबा, ललितपुर और झांसी की 14 लाख की आबादी तक नल का जल पहुंचेगा. कुल 10 हजार 131 करोड़ की परियोजना है. पीएम मोदी की अगुवाई में सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि नहीं रहे बुंदेलखंड का कोई घर प्यासा, हर घर पहुंचाएं जल का नल. सर्फेस वाटर और अंडरग्राउंट वाटर के माध्यम से घर-घर तक पेयजल पहुंचाया जाएगा. पहले चरण में बुंदेलखंड और विंध्याचल में अगले 2 साल के भीतर हर घर तक पीने का पानी पहुंचेगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी बुंदेलखंड, विंध्याचल, इंसेलाइटिस प्रभावित क्षेत्रों और आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना की शुरूआत करेंगे. पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी ने चार चरणों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया.
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15 हजार करोड़ रुपये की लागत
सर्फेस वाटर और अंडरग्राउंट वाटर के माध्यम से घर-घर तक पेय जल पहुंचाया जाएगा. 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से पहले चरण में बुंदेलखंड और विंध्याचल में अगले 2 साल के भीतर हर घर तक पीने का पानी पहुंचेगा. सीएम योगी ने जल शक्ति मंत्रालय की महत्वपूर्ण बैठक कर रणनीति बनाई है. जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह भी मौजूद रहे. जो कार्यदायी संस्था काम करेगी उसी की अगले 10 सालों तक रखरखाव की जिम्मेदारी होगी. दूसरे चरण में सोनभद्र और मिर्जापुर में हर घर तक पानी पहुंचाया जाएगा. तीसरे चरण में जापानी बुखार और इंसेफलाइटिस से प्रभावित क्षेत्रों में योजना पूरी होगी. चौथे चरण में आर्सेनिक व फ्लोराइड से प्रभावित गंगा यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में पेयजल योजना पहुंचेगी.
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लगभग एक लाख से अधिक टीम गठित की जाएं
कार्य किया जाए और इसके लिए टीमों की संख्या में वृद्धि करते हुए लगभग एक लाख से अधिक टीम गठित की जाएं. मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे . उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में प्रत्येक सप्ताह टीम द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में जांच की जाए और जांच टीम को पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनेटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाए . कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के कार्य को तेज किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रियों द्वारा कोविड हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया जाए.