उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में आज पुलिस और कांग्रेसियों के बीच बहसबाजी हो गई. बहसबाजी इतनी बढ़ गई कि पुलिस अपनी वर्दी फाड़ने लग गई. दरअसल, यूरिया खाद, डीएपी, नहरों में पानी और किसानों की धान खरीद सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान कोतवाल और कार्यकर्ताओं की आपस में बहस हो गई. कोतवाल ने आपा खो दिया. कोतवाल ने यहां तक की खुद की वर्दी फाड़ ली.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व और शहर अध्यक्ष शकील अंसारी की उपस्थिति में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. वे मार्च निकालते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंच गए. यहां कांग्रेसियों को रोकने के लिए आला-अधिकारी सहित भारी पुलिस बल तैनात था. कांग्रेस की इस दौरान शहर कोतवाल से झड़प हो गई.
अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
कांग्रेसियों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट टीपी सिंह को सौंपा. हालांकि, कांग्रेसी चाह रहे थे कि वे कलेक्टर कृतिका ज्योत्सना को ज्ञापन दें. वे कलेक्ट्रेट पहुंचने पर कलेक्टर को ज्ञापन देने की मांग कर रहे थे पर पुलिस वालों ने ऐसा नहीं होने दिया. इसके बाद एडडीएम द्विवेदी और सीओ सिटी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे पर उन्होंने नहीं दिया. अंत में कांग्रेसियों ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट टीपी सिंह को कांग्रेसियों ने राज्यपाल को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस ने की यह मांगे
ज्ञापन में कहा गया था कि जनपद के किसाों को सस्ती दरों में डीएपी यूरिया खाद उपलब्ध कराया जाए. रबी फसल की बुवाई के लिए किसानों को उन्नत बीज देने की मांग थी. इससे किसान समय से अपने फसल की बुवाई कर पाएंगे. कांग्रेस की मांग थी कि किसानों के लिए सभी नहरों और माईनरों में पानी टेल तक पहुंचाया जाए, जिससे किसान की फसल बर्बाद न हो. धान क्रय केंद्रों पर बिचौलियों की संलिप्तता समाप्त करके सीधा किसानों से धान खरीदा जाए.