उत्तर प्रदेश की राजधानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसान बिल के विरोध व राज्य में अपराध बढ़ने समेत कई तरह के आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया. लखनऊ के परिवर्तन चौक पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी जीपीओ की ओर बढ़े, जिनको चौक के पास ही रोक लिया गया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. बिल के विरोध को लेकर जगह-जगह से कांग्रेस नेता हिरासत में लिए गए. कई को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है. सेवादल के कई कार्यकर्ता परिवर्तन चौक के पास पुलिस हिरासत में लिए गए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं. विरोध की हर आवाज को दबाया जा रहा है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू का कहना है कि यह बिल किसानों के लिए 'काला कानून' है. रविवार को राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद पूरे देश का किसान खुद को असहज महसूस कर रहे हैं. यह बिल किसान विरोधी है, जो आने वाले समय में खुद के खेत में ही किसान और अपने घर पालने के लिए बंधुआ मजदूरी करेगा. इसको केंद्र सरकार को वापस लेना चाहिए या इस बिल में एमएसपी तय किया जाना चाहिए.
उधर, कृषि बिल को लेकर कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है. इसी कड़ी में सुबह अलग-अलग जगहों से दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता विधानसभा कूच करने लगे. इस दौरान पुलिस से भिड़ंत भी हुई. वहीं, प्रसपा कार्यकर्ताओं को कार्यालय के बाहर ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रोके जाने से आक्रोशित हुए कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है.
किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन करने से रोकने के लिए लखनऊ कमिश्नरेट के अफसरों ने बॉर्डर सील कर दिए थे. विधानसभा, मुख्यमंत्री और राजभवन के बाहर भारी पुलिस बल सुबह से ही तैनात है. चार कंपनी पीएसी समेत अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की गई है. शहर के करीब 14 स्थानों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है.
Source : News Nation Bureau