बस पॉलिटिक्स के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. जहां एक ओर बसों को अनुमति न देने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांदी को बुधवार को गाड़ियां वापस लौटानी पड़ीं. वहीं उत्तर प्रदेस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
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बुधवार को अजय कुमार लल्लू को अस्थाई जेल में रका गया था. हालांकि अब उन्हें स्थाई जेल गोसाईंगंज भेज दिया गया है. अजय कुमार लल्लू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस चीफ का कोरोना टेस्ट भी कराया गया था. जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी की ओर से कहा गया है कि 'पैदल चलते श्रमिकों, पैदल चलती गर्भवती स्त्रियों की पीड़ा को देखते हुए श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए 1000 बों की व्यवस्था की गई. इन बसों से लगभग 92,000 श्रमिक 3 दिन में अपने घर पहुंच जाते हैं. बसें वापस लौट गईं और श्रमिक अभी भी पैदल सड़कों पर हैं. बीजेपी की राजनीति ने मानवता को कुचल दिया है.'
जेल भेजो, लेकिन कांग्रेस करेगी मदद
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष मलिक और वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि अजय कुमार लल्लू ने मजदूरों के हितों के लिए आवाज उठाई है. ये आवाज आज पूरे देश की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ता बुलंद कर रहे हैं. कांग्रेस का एक-एक वर्कर अजय कुमार लल्लू के साथ खड़ा है. कांग्रेस का मकसद सेवा भाव है. जेल में डाल दो लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता मदद करते रहेंगे.
Source : News Nation Bureau