उत्तर प्रदेश में विकास यादव के एनकाउंटर के बाद जहां योगी सरकार प्रदेश में क्राइम कम होने का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश को क्राइम की राजधानी का दर्जा दे दिया है. कानपुर एनकाउंटर में मारे गए पुलिस कर्मियों को लेकर उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस राज्य में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है उस राज्य में जनता कहां से सुरक्षित रह पाएगी. अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश सरकार पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की सत्ता के संरक्षण में अब अपराधियों ने अपनी जड़ें जमा ली हैं.
#Lucknow- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू का ट्वीट-
➡‘सत्ता संरक्षण में अपराधियों ने जड़े जमा ली’
➡बोलते थे अपराधियों ने यूपी छोड़ दिया-लल्लू
➡‘ठोक देंगे जैसे फर्जी जुमले गढ़कर पीठ थपथपाई’
➡यूपी देश में अपराध की राजधानी बना- लल्लू pic.twitter.com/wNLg7LM9uS
— भारत समाचार (@bstvlive) July 12, 2020
प्रदेश कांग्रेस इतने पर चुप नहीं हुए उन्होंने योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि, कहते थे अपराधियों ने यूपी छोड़ दिया और ठोंक देंगे जैसे फर्जी जुमलों के साथ अपनी पीठ थपथपवाई लेकिन आज उत्तर प्रदेश देश की क्राइम कैपिटल बन चुका है. उन्होंने एनसीआरबी साल 2018 के एक आंकड़े को ट्विटर पर शेयर करते हुए हैशटैग भाजपा का जंगलराज लिखकर सोशल मीडिया पर शेयर किया.
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लगातार सरकार पर निशाना साधते आ रहे हैं. पिछले सप्ताह 7 जुलाई को वो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश की राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे इस दौरान पुलिस ने उन सब को हिरासत में ले लिया था. हालांकि बाद में सभी को रिहा कर दिया गया. हिरासत से छूटने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज चल रहा है. पूरे सूबे में संवैधानिक व्यवस्था चरमराकर ध्वस्त हो गई है. अपराधी और गुंडों को योगी सरकार का संस्थागत संरक्षण मिला हुआ है.
अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि यूपी में अपराधियों और गुंडों की योगी सरकार के मंत्रियों सहित अफसरों से करीबी रिश्ते उजागर हो गए हैं तमाम वीडियो और वायरल हो रहे फोटो में इनकी करीबी सामने आ चुकी है. योगी राज में संविधान को ताक पर रख दिया गया है. कभी ऐसा नहीं हुआ है कि राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे लोगों को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया हो.
Source : News Nation Bureau