कांग्रेस (Congress) ने पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लखनऊ में रोके जाने के मामले में जांच की मांग की है. पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी को फिजिकली मैन हैंडल किया. यह अजय विष्ट का गुंडा राज है जो यूपी में चल रहा है. क्या शांति पूर्वक दो पहिया वाहन में चलना अपराध है?.
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महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि क्या एक गाड़ी में 5 से कम लोगों का चलना अपराध है?. क्या यूपी बनाना रिपब्लिक बन गया है?. उन्होंने इस पूरी घटना के खिलाफ जांच की मांग की है. सभी प्रदर्शनकारियों के साथ कांग्रेस खड़ी है. उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों को यूपी पुलिस ने बेदर्दी से जेल में भर्ती किया है उनके परिवार से मिलना प्रियंका गांधी का कर्तव्य है.
सुष्मिता देव ने आगे कहा कि पूर्व पुलिस अधिकारी के परिवार से प्रियंका गांधी मिलने जा रही थीं जो CAA के प्रोटेस्ट में शामिल थे, लेकिन उस सर्किल के सीओ ने जिस तरह से उनकी गाड़ी को रोका, उनसे हाथापाई की यह अत्याचार है. इसके बाद प्रियंका गांधी को टू व्हीलर से जाना पड़ा, उसे भी उन्होंने घेरा. इस पर प्रियंका गांधी गिर गईं, जिससे उन्हें चोटें आई हैं. इसके बावजूद प्रियंका गांधी आठ किमी तक पैदल चलके दारापुरी जी के परिवार से मिलीं.
Sushmita Dev, Congress: We condemn the physical violence on protesters and manhandling of Priyanka Gandhi Ji. This government should be dismissed and there should be President's rule in the state. https://t.co/lpZK5amxIb pic.twitter.com/WHwUwta5nq
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2019
उन्होंने आगे कहा कि यूपी पुलिस की तानाशाही को देखते हुए यूपी सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. यूपी पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी है. हम इसकी भर्त्सना करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस घटना के खिलाफ लिखित शिकायत डायरेक्टर, IG लोधी गार्डन से की गई है. क्योंकि, सीआरपीएफ की सुरक्षा के बावजूद पुलिस ने उनके साथ ऐसा काम किया है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यूपी सरकार आखिर प्रियंका गांधी से क्यों डरती है. प्रियंका गांधी एसआर दारापुरी के परिजनों से मिलकर वस्तुस्थिति जानना और दुःख बांटना चाहती थी. प्रियंका को रोका, बदतमीजी की, गला दबाया, धक्का दिया. क्या इस देश में दुःख दर्द बांटने के लिए सरकार से अनुमति लेने की जरूरत है. ये यूपी सरकार की कायराना और शर्मनाक हरकत है. CM को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.
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अजय लल्लू ने आगे कहा कि एसआर दारापुरी तो घर पर थे. सदफ जफर ने सिर्फ वीडियो बनाने का काम किया था. वाराणसी में आठ लोग जेल में बंद हैं. ये पूरी हिंसा भाजपा प्रायोजित थी. हम सिर्फ उनके साथ हैं जो हिंसा में शामिल नहीं थे और कार्रवाई हुई. मुजफ्फरनगर समेत अन्य जगह जहां भाजपा के लोगों ने संपत्ति जलाई तो क्या उनकी भी संपत्ति कुर्क की जाएगी.
Source : News Nation Bureau