उत्तर प्रदेश में कांग्रेस मैनपुरी और खतौली में आगामी उपचुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन उत्तर प्रदेश में शहरी स्थानीय निकायों के आगामी चुनावों पर ध्यान देगी. यूपीसीसी अध्यक्ष बृजलाल खबरी के अनुसार, हमारे पास उपचुनाव लड़ने का समय नहीं है. हमारे पास शहरी स्थानीय निकाय चुनाव आगे हैं. मैनपुरी लोकसभा और खतौली विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव 5 दिसंबर को होना है. समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के 10 अक्टूबर को निधन के बाद मैनपुरी में उपचुनाव कराना पड़ा है.
मुजफ्फरनगर दंगा मामले में बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को दोषी ठहराए जाने के बाद खतौली सीट खाली हो गई थी. खबरी ने कहा, पंचायत चुनाव में हमें काफी नुकसान हुआ. हर हाल में वे (भाजपा) हालात को अपने पक्ष में करना चाहते हैं. हम लड़ने को तैयार हैं. हम शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव के लिए तैयार हो रहे हैं. ये उपचुनाव बाद में हो सकते थे. लेकिन उपचुनाव शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव को प्रभावित करने के लिए हो रहे हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के विकल्प तलाश रही है, खबरी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व जरूरत पड़ने पर इस मुद्दे पर फैसला करेगा. उन्होंने कहा, हम चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. हम जमीनी स्तर पर तैयारी कर रहे हैं. हम आश्चर्यजनक परिणाम देंगे. खबरी ने कहा कि भाजपा, सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एक दूसरे के साथ हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यही मुख्य कारण है कि सपा और बसपा राज्य में जनता की चिंता का कोई मुद्दा नहीं उठा रही हैं.
Source : IANS