महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शनिवार उत्तर प्रदेश पुलिस पर शोहदें और बलात्कारियों की मदद करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने शनिवार को राज्यपाल राम नाईक से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह स्थिति सुधारने के के निर्देश देने की मांग की है. सुष्मिता देव ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान मीडिया से यह भी कहा, 'यूपी में महिला उत्पीड़न के हर मामले में पुलिस छेड़खानी करने वाले और बलात्कारियों के साथ खड़ी दिखाई देती है. पुलिस ऐसे मामलों में एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं करती या फिर वो आरोपियों को पहले ही बता देती है कि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.'
आगरा, लखीमपुर खीरी और सीतापुर में पिछले दिनों हुए लड़कियों के खिलाफ अपराध का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया है कि सीएम योगी ने पुलिस को बलात्कारियों को रियायत देने की खुली छूट दे रखी है. वहीं एंटी रोमियो दल उत्पीड़नकर्ताओं को पकड़ने के बजाय निर्दोष लोगों को परेशान कर रहे हैं.
देव ने बताया कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति को लेकर कांग्रेस ने गत 28 दिसम्बर से हस्ताक्षर अभियान शुरू किया था. सिर्फ आठ दिनों में 40 हजार प्रपत्रों पर हस्ताक्षर किये गये जो प्रदेश की कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा की बदहाली के गवाह हैं.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को सौंपे गये ज्ञापन में मांग की है कि वह मुख्यमंत्री को यह स्थिति सुधारने के आदेश दें। नहीं तो, पार्टी हर विकास खण्ड में ऐसा हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा.
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इस सवाल पर कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कितनी महिलाओं को टिकट देगी, इसका जवाब देते हुए सुष्मिता देव ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतने भारी बहुमत के बावजूद महिला आरक्षण विधेयक नहीं लाए. अगर वह ऐसा करते तो मुझे इसका जवाब नहीं देना पड़ता.'
हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही ज्यादा महिलाओं को चुनाव के टिकट देती रही है.
Source : News Nation Bureau