kalindi express: उत्तर प्रदेश के कानुपर में कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की बड़ी साजिश रची गई थी. गनीमत रही कि यह साजिश नाकाम हो गई और किसी प्रकार की कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई. दरअसल, रविवार रात प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने के लिए मुडेरी गांव के पास रेलवे ट्रैक पर एलपीसी सिलेंडर, बारूद और पेट्रोल से भरी बोतलें मिली है. जिसके बाद से रेलवे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. रविवार को ट्रेन कानपुर स्टेशन से महज 2.5 किलोमीटर ही आगे निकली थी.
कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की बड़ी साजिश!
इस बीच लोको पायलट को ट्रैक पर कुछ रखा हुआ दिखा, लेकिन जब तक उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाया तब तक अचानक से ट्रेन ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलिंडर से टकरा गई. जैसे ही लोको पायलट ने तेज आवाज सुना और फिर ट्रेन रूक गई. जिसके बाद लोको पायलट ने घटना की जानकारी गार्ड और अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी. जैसे ही आरपीएफ की टीम को इसकी सूचना दी गई, वह तुरंत मौके पर पहुंची.
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रेलवे ट्रेक के पास से मिला एलपीजी सिलेंडर-बारूद
इस घटना के बाद ट्रेन करीब 20 मिनट तक पटरी पर खड़ी रही. जांच करते हुए आरपीएफ की टीम को पटरी के पास से ही गैस सिलेंडर के अलावा बारूद और पेट्रोल से भरी बोतलें मिली. मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. पुलिस और आरपीएफ की टीम जांच में जुट चुकी है. वहीं, बरामद किए गए एलपीसी सिलेंडर, पेट्रोल से भरी बोतलों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. इस घटना को बड़ी साजिश बताई जा रही है. ट्रेन को बिल्हौर स्टेशन पर ही कुछ देर तक रोका गया. घटना पर इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
17 अगस्त को भी ट्रेन हुई थी डिरेल
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब कोई साजिश की खबर सामने आ रही है. इससे पहले 17 अगस्त को भी साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे इंजन समेत डिरेल हो गए थे. उस समय भी लोको पायलट ने बताया था कि यह हादसा इंजर का बोल्डर से टकराने की वजह से हुआ था. फिलहाल इस घटना की भी जांच की जा रही है.