योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में उवाल आ गया. मौर्य के साथ भाजपा के तीन अन्य विधायकों ने भी इस्तीफा दिया है. इस्तीफा देने वाले विधायकों का आरोप है कि भाजपा संगठन औऱ सरकार में उनकी बात सुनी नहीं जा रही है. भाजपा सरकार पर दलित,पिछड़ा और अलप्संख्यक विरोधी होने का आरोप भी लगाया. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद यह कहा जा रहा था कि पूर्व मंत्री और बिधूना से भाजपा विधायक विनय शाक्य भी सपा ज्वॉइन करेंगे. लेकिन एक वीडियो ने विनय शाक्य के सपा की सदस्यता लेने की पोल खोल कर रख दिया है. विधायक विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य का आरोप है कि उनके लकवग्रस्त पिता को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर लखनऊ ले जाया गया और उनके भी अपहरण की कोशिश हुई. रिया शाक्य का आरोप है कि सपा से जुड़े लोग गुंडागर्दी पर उतर आये हैं. और रिया ने अपने को भाजपाई बताया है.
रिया ने कहा कि अभी इनकी सरकार बनी नहीं है तब ये इतनी गुंडागर्दी करने लगे हैं. मेरे पिता को जबरन सपा ज्वॉइन कराया जा रहा है.
पढ़ें रिया शाक्य की पोस्ट:
“मैं रिया शाक्य, पुत्री वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री विनय शाक्य. मैं इस वीडियो के माध्यम से आप सभी बिधूना वासियों को एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहती हूं. आप सबको ज्ञात होगा कि मेरे पिताजी को कुछ साल पहले लकवा मार दिया था जिसके बाद से वो चलने फिरने में असमर्थ हैं. उनके बीमारी का फायदा उठा कर मेरे चाचा देवेश शाक्य ने उस वक़्त से ही उनके नाम पर अपनी व्यक्तिगत राजनीति की है और जनता का शोषण किया है.
आज उन्होंने हद पार करते हुए जबरन मेरे पिताजी को घर से उठाकर सपा में शामिल करने के लिए लखनऊ ले गए हैं. मैं उनकी पुत्री होने के नाते आप लोगों को बताना चाहती हूं कि हम भाजपाई हैं और पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं. उस दौर में जब किसी ने हमारी मदद नहीं की तो प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने हमारी मदद की और पिताजी का इलाज कराया.
आज चंद लोग हमारे समाज के नेता बनने के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं और फिर से वही गुंडई पर आ गए हैं. ये लोग मेरा भी अपहरण करने का प्रयास कर रहे हैं. मैं प्रशासन और पार्टी नेतृत्व को बताना चाहती हूं कि मैं अपने पिताजी की उत्तराधिकारी हूं और हमलोग पूर्णतः भाजपाई हैं. अभी इनकी सरकार बनी नहीं है तब ये इतनी गुंडागर्दी करने लगे हैं आप सोचिए जब इनकी सरकार आएगी तो क्या होगा. इनका गुंडाराज कभी नहीं आने देंगे और चुनाव में सबक सिखाएंगे.”