अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं द्वारा बागपत के दिगंबर जैन कॉलेज से जैन धर्म की विद्या की देवी श्रुतदेवी की मूर्ति को हटाने की धमकी को लेकर मचे बवाल के बाद आखिरकार मामला हल हो गया है. एबीवीपी के बागपत जिला समन्वयक अंकुर चौधरी ने माफी मांगी है जिसके बाद विवाद खत्म हो गया है. चौधरी ने कहा कि हमने दिगंबर जैन समुदाय से माफी मांगी और जो हुआ वह हमारी अज्ञानता के कारण हुआ. भविष्य में देवी श्रुतदेवी की मूर्ति को लेकर कोई विरोध नहीं होगा.
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एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई थी
जैन समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को कॉलेज में प्रवेश करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी, जिन्होंने मूर्ति हटाने की धमकी दी थी. पुलिस ने तुरंत कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया, हालांकि उसी दिन कॉलेज के प्रिंसिपल वीरेंद्र सिंह द्वारा शिकायत दर्ज की गई थी. बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र सिंह और कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 504, 506 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
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इससे पहले, बड़ौत पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर अजय कुमार शर्मा ने कहा कि एबीवीपी के कार्यकर्ता जैन देवी की मूर्ति को लेकर भ्रमित थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने सोचा कि जैनियों ने हिंदू देवी सरस्वती की एक छवि को मोडिफाई किया है. इस मामले को अब दोनों पक्षों के बीच बैठक में सुलझा लिया गया है.