उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह भी इस आपदा की घड़ी में मदद के लिए सामने आए हैं. उन्होंने कोरोना के संकट से निपटने के लिए अपनी पेंशन से एक लाख रुपये की मदद की है. यह राशि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराई है. ओपी सिंह की छवि काफी सख्त अफसरों में की जाती थी. उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस देखते हुए मदद के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं.
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शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने वक्फ के किराएदारों का तीन महीने का किराया माफ करने का फैसला लिया है. उन्होंने सभी वक्फ को इस आदेश का पालन करने के निर्देश किए हैं. यह फैसला एक मार्च से लागू माना जाएगा. उन्होंने मुख्य कार्यपालक अधिकारी को निर्देश दिया है कि बोर्ड के इस आदेश से तत्काल जनहित में दूरभाष के माध्यम से प्रदेश के सभी मुतावल्लीओ को सूचित करें.
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कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. इसके बाद लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. इससे पहले नोएडा और लखनऊ के जिलाधिकारी ने आदेश देकर सभी मकानमालिकों को एक महीने का किराया न लेने का आदेश दिया है. साथ ही गरीब और मजदूरों से किराया वसूल करने वाले किराएदारों से किराया वसूलने वालों को दो साल की कैद की सजा देने का फैसला लिया है.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश के हालात पर खुद नजर रखे हुए हैं. सोमवार को उन्होंने गरीबों को उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान कर दिया. इसके साथ ही लोगं से सीधा संवाद कर उन्हें तीन महीने तक मुफ्त राशन सिलेंडर देने का भी आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने 600 करोड़ से अधिक रुपए का डीबीटी के माध्यम से भुगतान कर दिया. मुख्यमंत्री योगी आज नोएडा भी जाएंगे. यहां कोरोना वायरस को लेकर हालात का जायजा लेंगे. जानकारी के मुताबिक एक्सप्रेस-वे के किनारे स्थित फ्लैट को आइसोलेशन के लिए अधिग्रहित किया जा सकता है.
Source : News State