कोरोना को कारण लोगों की जिंदगी एकदम ठहर सी गई है. सब बंद होने के कारण दिहाड़ी मजदूर और श्रमिकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. लोगों को इस महामारी के कारण खानपान की दिक्कत न हो इसके लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ लोगों ने बड़ी राहत दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि गरीब और दिहाड़ी मजदूरों को सरकार एक महीने का मुफ्त खाद्यान देगी. इसके अलावा श्रम विभाग में पंजीकृत 20.37 लाख श्रमिकों के खाते में सरकार एक हजार रुपये डीबीटी के माध्यम से देगी.
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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों को भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से अहतियात बरतने की जरूरत है. प्रदेश में कोरोना वायरस के अब तक 23 मामले सामने आए हैं. इनमें से 9 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि जागरुकता के साथ इससे मुकाबला करना चाहिए. प्रदेश में अहतियात के तौर पर स्कूल, कॉलेज, मल्टीप्लेक्स, मॉल, जिम, स्विमिंग पूल पहले ही बंद कर दिए गए हैं.
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दिहाड़ी मजदूरों को एक हजार रुपये की राहत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी की रिपोर्ट के बाद दिहाड़ी मजदूरों के लिए फंड जारी किया जा रहा है. भरण पोषण के भत्ते की मंजूरी दे दी गई है. श्रम विभाग के द्वारा पंजीकृत 20 लाख 37 हजार सभी श्रमिकों को तत्कालिक रूप से 1000 रुपये इनके खाते में भेजा जाएगा. अपंजीकृत 15 लाख लोगों को भी डीबीटी के माध्यम से 1 हजार रुपये दिए जाएंगे. ग्रामीण और शहरी इलाकों में ठेले लगाने वाले लोगों को खाद्यान उपलब्ध कराने की प्राथमिकता की है. इन लोगों को एक महीने का खाद्यान मुफ्त किया जाएगा. इसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल दिया जाएगा.
Source : News State