CoronaViurs (Covid-19): बिहार के रहने वाले मजदूरों को उनके घर भेजने के उद्देश्य से शनिवार को दादरी रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन दोपहर करीब एक बजे रवाना हुई. इस ट्रेन में 968 यात्री दादरी से बिहार के औरंगाबाद के लिए रवाना हुए. इस ट्रेन में 1500 प्रवासी मजदूरों को बिहार जाना था लेकिन कुछ मजदूर पहले ही विभिन्न साधनों से बिहार के लिए निकल गए. इस वजह से 522 मजदूरों की सीटें ट्रेन में खाली रही. इस ट्रेन में 22 बोगियां हैं.
वहीं दनकौर रेलवे स्टेशन से बिहार के बक्सर के लिए दूसरी ट्रेन रवाना हो रही है. इस ट्रेन में भी 1500 के बजाय एक हजार के करीब श्रमिक सवार हैं. जिला प्रशासन ने इस ट्रेन में भी 1500 श्रमिकों को जाने के लिए अनुमति दी थी लेकिन कुछ श्रमिक पहले ही विभिन्न साधनों से या तो बिहार के लिए निकल गए या अब वे वापस जाना नहीं चाह रहे हैं.
और पढ़ें: न्यूज़ नेशन-न्यूज़ स्टेट की खबर का बड़ा असर, अब एक जिला से दूसरे जिला जा सकते हैं मजदूर
उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने के लिए शनिवार से चार श्रमिक विशेष ट्रेनें चलायी गयी है. जन सुनवाई पोर्टल पर पूर्व में पंजीकरण कराने वाले श्रमिकों को ही इन विशेष ट्रेनों से बिहार भेजा जा रहा है.
जेवर के तहसीलदार दुर्गेश सिंह ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से गौतम बुद्ध नगर में फंसे श्रमिकों को ट्रेन से उनके गृह राज्य भेजने के लिए जिला प्रशासन ने 12 केंद्र बनाए थे. एक केंद्र पर 10 बसों का इंतजाम किया गया. प्रत्येक बस में 25 से 28 मजदूरों को बैठाकर रेलवे स्टेशन भेजा गया. सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पहुंचने पर सभी श्रमिकों की जांच की गई. इसके लिए स्टेशन पर दो डॉक्टरों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.
प्रवासी श्रमिकों को सफर के दौरान किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए प्रत्येक बोगी में एक सुपरवाइजर की नियुक्ति की गई है. ट्रेन के रवाना होने से पहले प्रवासी श्रमिकों को प्रशासन ने खाने-पीने का सामान उपलब्ध कराया. ट्रेनों के रवाना होने से पहले नोएडा प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ट्रेनों को सैनिटाइज किया.