देशभर में महामारी कोरोनावायरस (CoronaVirus Covid-19) के प्रकोप के कारण स्कूलों को बंद रखा गया हैं. सभी स्कूली बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन करवाई जा रही है. लेकिन इस कोरोना काल में बहुत से लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी हैं. ऐसे में बहुत से अभिभावकों स्कूल की महंगी फीस चुकाने में असमर्थ हैं. कोरोना के दौर में क्लास नहीं चलने पर स्कूल फीस को माफ करने की बात भी लगातार उठती रही है.
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वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्कूल फीस को लेकर आज प्रदर्शन देखने को मिला. बच्चों की स्कूल फीस माफ की मांग को लेकर यहां के वकील विधानसभा की ओर कूच कर रहे थे. लेकिन उन्हें पुलिस ने परिवर्तन चौक पर ही रोक दिया. इसके बाद सभी वकील वहीं धरने पर बैठ गए, यहां पर भारी बल में पुलिस तैनात हैं.
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के ताजा जारी सर्कुलर के अनुसार, अभी स्कूल 31 अगस्त तक बंद रहेंगे. इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने पैरंट्स से स्कूल खोलने पर उनकी राय मांगी थी. ताजा जानकारी के मुताबिक जिन देशों में स्कूलों को खोला जा रहा है वहां छात्र और स्कूल के कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. अमेरिका भी उन देशों में एक है जहां बच्चे संक्रमित हो रहे हैं. मई के शुरुआत में इजरायल कोरोना महामारी के बीच स्कूल खोलने वाला पहला देश बना था. लेकिन स्कूल खोलने के कुछ दिन बाद ही बच्चे और टीचर कोरोना संक्रमित होने लगे. केन्या ने पूरे साल के लिए स्कूल को बंद करने का फैसला किया था.