उत्तर प्रदेश में 2020 में जब कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया तो प्रदेश का पहला टेस्टिंग लैब किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ में बनाया गया. इस लैब की जिम्मेदारी डॉ अमिता जैन को दी गई.अमिता जैन मेडिकल कालेज में माइक्रोबायोलॉजी लैब की हेड हैं.अमिता जैन बताती हैं कि 2020 में जब यहां टेस्टिंग शुरू हुआ तो एक दिन में 50 से 60 टेस्ट हुआ करते थे. लेकिन पिछले एक साल में यंहा अब तक साढ़े 16 लाख से ज़्यादा सिर्फ आरटीपीसाआर (RTPCR) टेस्ट हो चुके हैं, जो अपने आप मे रिकॉर्ड है. यहां की हेड अमिता जैन और इनकी सहयोगी सुरुचि शुक्ला लैब की जिम्मेदारी पिछले एक साल से संभाल रही हैं. खास बात ये हैं कि इनके अलावा यहां 12 से ज़्यादा महिलाएं लगी हुई हैं, जिनके ऊपर टेस्टिंग की जिम्मेदारी होती हैं.
अमिता जैन की सहयोगी सुरुचि शुक्ला का कहना है कि जब कोरोना को लेकर डर फैलना शुरू हुआ तब यह काम करना चुनौती से कम नहीं था, क्योंकि यहां काम करने के बाद घर जाकर परिवार को भी संभालना पड़ता है. वैसे में हाई रिस्क एरिया में काम करने की वजह से परिवार में भी संक्रमण फैलने का डर होता था. लेकिन पिछले एक सालों में इन्होंने खुद को इस माहौल में ढाल लिया है. आज लखनऊ मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब में सबसे ज़्यादा टेस्ट होते हैं.और पिछले एक साल में इस लैब ने टेस्टिंग का रिकॉर्ड भी बना डाला है.
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बता दें कि यूपी में कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते 24 घंटों 31165 केस सामने आए हैं. वहीं इस अवधि में 357 मरीजों की मौत की हुई है. कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि के साथ ही प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 262474 पर पहुंच गई है. यूपी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई जिलों से कोरोना मामलों में बढ़ोतरी की दर्ज की गयी है. पिछले 24 घंटे में लखनऊ में 3004, कानपुर नगर में 1206, वाराणसी में 966, प्रयागराज में 437, मेरठ में 1732 , गौतम बुद्ध नगर में 1703, गोरखपुर में 1055, गाजियाबाद में 1373 , मुरादाबाद में 841 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. प्रदेश में नए संक्रमित 31165 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि के साथ ही एक्टिव केस की संख्या भी बढ़ गई है.