घटिया सामग्री से बना गाजियाबाद जिले के मुरादनगर के श्मशान घाट का नवनिर्मित गलियारा रविवार भरभरा कर बैठ गया था. इसकी चपेट में आए 25 लोगों ने दम तोड़ दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश के बाद स्तानीय पुलिस ने जूनियर इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि इस घटिया निर्माण के मामले में मुरादनगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई सीपी सिंह सुपरवाइ आशीष समेत अन्य अज्ञात व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है. मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम के निर्देश पर गैर इरादतन हत्या, भ्रष्टाचार लापरवाही सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज क़िया गया है.
सीएम ने दिए थे जवाबदेही तय करने के निर्देश
रविवार को ही हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोकाकुल परिजनों को दो-दो-लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान कर मंडलायुक्त और आईजी मेरठ को मुरादनगर हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि दो महीने पहले ही इस गलियारे का निर्माण किया गया था. 15 दिन पहले इसे आम लोगों के लिए खोला गया था. इतना ही नहीं अभी इसका लोकार्पण भी नहीं हुआ था. घटिया निर्माण की वजह से हुए इस हादसे ने अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की पोल खोल दी है.
रविवार सुबह एक फल विक्रेता के अंतिम संस्कार में कई लोग शामिल होने के लिए बंबा श्मशान घाट पहुंचे थे. इसी दौरान बारिश की वजह से कई लोग 70 लंबे गलियारे में खड़े थे. इसी दौरान नवनिर्मित गलियारे के लिंटर भरभराकर गिर गया. इसकी चपेट में आकर 25 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद मौके पर पहुंची, पुलिस, पीएसी और एनडीआरएफ की तअम्मुके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया.
Source : News Nation Bureau