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UP के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़, 50 लोगों की मौत, मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल

उत्तर प्रदेश के हाथरस में आज दर्दनाक हादसा हुआ. बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से दर्दनाक हादसा हुआ है. मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.  अभी तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है.

Updated on: 02 Jul 2024, 05:58 PM

highlights

  • UP के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़
  • 50 से अधिक लोगों की मौत
  • मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल

New Delhi:

उत्तर प्रदेश के हाथरस में आज दर्दनाक हादसा हुआ. बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से दर्दनाक हादसा हुआ है. मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.  अभी तक 50 लोगों की मौत हो गई. एटा और आगरा के अस्पतालों में घायलों को भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, 100 से अधिक श्रद्धालु घायल हैं. इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. प्रशासन के मुताबिक, अभी मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. बता दें कि हाथरस जनपद अलीगढ़ मंडल का हिस्सा है. यहीं पर यह दर्दनाक हादसा हुआ है.  घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन मौजूद है. डीएम आशीष कुमार ने घटना उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन भी कर दिया है. 

बता दें कि रतिभानपुर में एक बाबा के सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई, भगदड़ के बाद लोग इधर उधर भागने लगे. भीड़ ज्यादा और जगह कम होने की वजह से लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. इसमें कई महिलाएं और बच्चे भी घायल हो गए. प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

बताया जा रहा है कि रतिभानपुर गांव में आयोजित सत्संग में हजारों लोग बाबा के प्रवचन सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे. अचानक किसी अज्ञात कारण से भगदड़ मच गई, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया. इस भगदड़ में कई लोग जमीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए. इस हादसे में घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है. 

हाथरस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेताओं ने दुख जताया है. सीएम योगी एक्स पर लिखा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं.' CM ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं

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एटा और आगरा मेडिकल कॉलेज में घायलों का इलाज जारी

घटना के बाद एटा और आगरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, 100 से अधिक घायलों को इन दोनों अस्पतालों में दाखिला कराया गया है.  घायल महिलाओं और बच्चे भी शामिल हैं. जिला प्रशासन ने अस्पतालों में बेहतर इलाज के लिए  अस्पताल प्रबंधनों को दिशा निर्देश भी दिए हैं.,

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का मौहाल बना हुआ है. लोगों ने बताया कि जहां पर सत्संग चल रहा था कि वहां पर भीड़ बढ़ गई थी. इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था अगर उचित सुरक्षा उपाय किए गए होते. स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने भी प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. लोगों ने कहा कि यहां पर आज तक इस तरह की घटना नहीं देखी थी.