वाराणसी में अब क्रूज नजर आते हैं. शहर के बाहर हवाई जहाजों की गूंज होती है. तो गंगा जी में भव्य क्रूज पर्यटकों का मन मोह लेते हैं. इस मानसून के मौसम में गंगा की धारा विशाल हो गई है. ऐसे में पर्यटक क्रूज की सवारी का लुत्फ लेने में खूब आगे रहते हैं. इस बीच गुरुवार को उफनाई गंगा में ओवरलोडेड भागीरथी क्रूज का इंजन दशाश्वमेघ घाट के सामने मझधार में ही बंद हो गया. जिससे क्रूज में सवार पर्यटकों में अफरातफरी मच गई. जानकारी के मुताबिक, घटना के समय क्रूज पर करीब 80 पर्यटक सवार थे. हालांकि एहतियातन एनडीआरएफ के जवान घाट पर पहुंच गए थे और घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे. सौभाग्य से यहां किसी तरह की दुर्घटना नहीं हुई.
एक घंटे गंगा की लहरों को झेलती रही भागीरथी
दरअसल, गंगा आरती से लौट रहे ओवरलोड क्रूज का इंजन उफनती गंगा में फेल हो गया. ये क्रूज गंगा आरती के बाद रविदास घाट लौट रहा था. जिसका नाम भागीरथी क्रूज है. रविदास घाट लौटते समय क्रूज का इंजन उफनाई गंगा में फेल हो गया. करीब एक घंटे तक क्रूज एक ही जगह पर लहरों की थपेड़ों के बीच हिलता रहा. बाढ़ के चलते गंगा में नावों के संचालन पर रोक के चलते पर्यटकों का रुझान क्रूज पर बढ़ा है. ऐसे में क्षमता से काफी ज्यादा पर्यटकों को लेकर गंगा में चल रहा भागीरथी क्रूज का इंजन बंद होने से सबकी सांसें अटक गईं थी. इस क्रूज पर करीब 80 यात्री सवार थे.
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विवेकानंद ने भागीरथी को गंगा किनारे लगाया
इंजन बंद होने के बाद अचानक खड़े हुए क्रूज से गंगा की लहरें टकराती, तो पूरा क्रूज हिलने लगता. ऐसे में पर्यटकों की मदद के लिए तुरंत पास ही से गुजर रहे क्रूज 'विवेकानंद' को बुलाया गया. विवेकानंद ने भागीरथी को टो करके रविदास घाट तक पहुंचाया. और सभी को सुरक्षित क्रूज से निकाल लिया गया. क्रूज से निकलने के बाद लोगों ने कहा कि ये तो बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद था कि सब सकुशल लौट आए. बहरहाल, भागीरथी क्रूज की जांच पूरी होने तक उसे किनारे पर ही पड़ाव डालने के निर्देश दिये गए हैं.
HIGHLIGHTS
- उफनती गंगा में बंद पड़ गया क्रूज
- दूसरे क्रूज ने टो कर लगाया किनारे
- रविदास घाट पर 'भागीरथी' ने डाला लंगर