उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन चुका कुख्यात डकैत गौरी यादव एनकाउंटर में ढेर हो चुका है. यूपी पुलिस के एडीजी अमिताभ यश की अनुवाई में एसटीएफ की एक टीम ने मुठभेढ़ में गौरी यादव को ढेर कर दिया. गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की तरफ से साढ़े 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. मौके से भारी मात्रा में असलहे बरामद किए गए हैं. इनमें एके-47 भी शामिल हैं. करीब 20 साल पहले डकैती की दुनिया में एंट्री करने वाले गौरी यादव ने 2005 में अपना अलग गैंग बनाया था. गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, अपहरण, फिरौती तथा सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 मामले दर्ज थे.
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ददुआ और ठोकिया के बाद बना सबसे बड़ा डकैत
डकैतों में सबसे बड़ा नाम ददुआ और ठोकिया का माना जाता था. इन्हें एसटीएफ ने एनकाउंटर में पहले ही ढेर कर दिया. 2008 में इन दोनों का एनकाउंटर कर दिया गया. इसके कुछ दिनों बाद ही 2009 में गौरी यादव को भी गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कुछ दिनों बाद यह जेल से जमानत पर बाहर आ गया. इसके बाद फिर डकैती का वारदात को अंजाम देने लगा. चार महीने पहले अचानक ही इसने चित्रकूट के जंगलों में फायरिंग कर दहशत फैला दी थी. इसके बाद से ही यह फरार चल रहा था. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शासन ने इस साल जुलाई में संयुक्त रूप से गौरी यादव पर साढ़े पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
HIGHLIGHTS
- गौरी यादव पर था 5 लाख का इनाम
- मौके से एके-47 समेत कई असलहे बरामद
- एडीजी अमिताभ यश ने की अगुवाई
Source : News Nation Bureau