55 मिनट में दिल्ली से पहुंचेंगे मेरठ, RRTS कॉरिडोर के पहले टनल का हुआ ब्रेक थ्रू

गति से प्रगति...इसी वाक्य के साथ दिल्ली से मेरठ के बीच भारत की पहली रीज़नल रैपिड रेल का काम तेज़ी के साथ चल रहा है...इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली से दुहाई तक रेल के ट्रायल का काम हुआ

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Mohit Sharma
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RRTS ( Photo Credit : फाइल पिक)

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गति से प्रगति...इसी वाक्य के साथ दिल्ली से मेरठ के बीच भारत की पहली रीज़नल रैपिड रेल का काम तेज़ी के साथ चल रहा है...इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली से दुहाई तक रेल के ट्रायल का काम हुआ तो इधर मेरठ में बन रहे सात टनल का काम भी तेज़ गति से चल रहा है...इन सबके बीच शनिवार का दिन मेरठ के विकास के लिए कई मायनों में अहम् और महत्तवपूर्ण रहा...दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर एमडी विनय कुमार सिंह और कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. ने मेरठ के पहले टनल को ब्रेक थ्रू कर दिया...बता दें कि मेरठ को मिली रैपिड रेल और मैट्रो ट्रेन की बड़ी सौगात से डबल मज़ा मिला है...क्योंकि यहां रैपिड के अलावा मैट्रो ट्रेन का भी संचालन होगा।

वो दिन दूर नहीं जबकि दिल्ली से मेरठ का सफर महज़ 55 मिनट में तय होगा...सुहाने सफ़र का सुहाना सपना जून-2025 से पहले पूरा हो जाएगा...टू-इन-वन इस परियोजना में लोकल लेवल पर मैट्रो से मेरठ के अलग अलग इलाकों में जा सकेंगे...बता दें कि मेरठ में आरआरटीएस के 4 और मैट्रो के 13 स्टेशन बनेंगे...शनिवार को केन्द्र सरकार की महत्तवाकांक्षी योजना में उपलब्धि का एक ओर अध्याय जुड़ गया...दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के एमडी के विनय कुमार सिंह और कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. ने जून 2022 में गांधी बाग से शुरू हुए टनल को शनिवार को ब्रेक थ्रू कर दिया गया...आसान भाषा में समझें तो सुरंग के एक सिरे को सुरंग के दूसरें सिरे से मिला दिया गया है. 763 मीटर लंबा मेरठ का ये पहला टनल है, जिसका काम पूरा हुआ है. इसके अलावा मेरठ में कुल 7 टनल बनने हैं. जिसमें सबसे लंबा करीब 2 किलोमीटर लंबा टनल भैंसाली बस स्टैंड से बागपत बस स्टैैंड तक बनना है. टनल को नाम दिया गया है सुदर्शन 8.3. एमडी आरआरटीएस प्रोजेक्ट विनय कुमार सिंह ने बताया कि मेरठ के लिए ये बड़ी उपलब्धि है कि यहां काम ना केवल तेज़ी के साथ चल रहा है, बल्कि टनल के ब्रेक थ्रू भी सफलता के साथ हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली से मेरठ तक कुल 24 स्टेशन बनने हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि आरआरटीएस के काम के दौरान सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण का भी ख्याल रखा जा रहा है।

उधर 763 मीटर लंबे टनल के ब्रेक थ्रू होने के साथ ही कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा...बटन दबते ही टनल के हुए ब्रेक थ्रू ने कर्मचारियों में जोश भर दिया और उन्होंने भारत माता की जय और वंदेमातरम् से पूरा टनल एरिया गूंज उठा...वर्ल्ड क्लास कन्सट्रक्शन में मेरठ में अल्ट्रा मॉर्डन स्टेशन बनेंगे...जिसमें मेरठ सेंट्रल, भैंसाली स्टेशन और बेगमपुल स्टेशन बनेंगा और यहीं से 2 स्टेशन रैपिड और मैट्रो के कॉमन होंगे।

Source : News Nation Bureau

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