उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को एक बार फिर छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित करने की मांग उठने लगी है. बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के सांसद कुंवर दानिश अली ने बेहतर शासन और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए उत्तर प्रदेश को छोटे राज्यों में विभाजित करने का शनिवार को सुझाव दिया. उल्लेखनीय है कि 2011 में मायावती (Mayawati) नीत बसपा सरकार ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्य को चार हिस्सों (बुंदेलखंड, पूर्वांचल, अवध प्रदेश और पश्चिम प्रदेश) में विभाजित करने का एक प्रस्ताव पारित किया था. प्रस्ताव को बाद में केंद्र में तत्कालीन कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को भेजा गया था.
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दानिश अली ने ट्वीट किया, ‘बहन मायावती जी के नेतृत्व वाली बसपा सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्य के विभाजन के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था और उसे भारत सरकार को भेजा गया था. केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारें इस पर निर्णय लें.’
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प्रदेश के अमरोहा से लोकसभा सदस्य दानिश अली ने कहा कि इस विभाजन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग कहीं अधिक खुश होंगे और सहज महसूस करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य को छोटे हिस्सों में बांटने से बेहतर शासन और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में मदद मिलेगी.
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इस बीच, उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से 22 जून से लद्दाख में लापता हुए भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आईईएस) के अधिकारी सुभान अली के खोज अभियान में तेजी लाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि सुभान अली जिस वाहन से यात्रा कर रहे थे, वह एक गहरी खाई में गिर गया था और द्रास नदी की धारा के साथ बह गया था.
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