मुस्लिम धर्मगुरुओं के एक संगठन ने हज तथा अन्य धार्मिक यात्राओं को जीएसटी तथा हर प्रकार के कर से मुक्त करने और हज पर जाने वाले लोगों के लिए आयकर रिटर्न भरने की शर्त हटाने की मांग की है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के हज विभाग की रविवार को हुई बैठक में कोरोना महामारी के दौर में हज के सफर के सिलसिले में जरूरी बातों पर विचार विमर्श किया गया. संगठन के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस मौके पर उन्होंने सरकार से मांग की कि हज तथा अन्य धार्मिक यात्राओं को जीएसटी तथा अन्य सभी प्रकार के करों से मुक्त किया जाए.
गौरतलब है कि हज यात्रा पर पांच प्रतिशत जीएसटी वसूला जाता है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा हाजियों के लिए आयकर रिटर्न भरने की शर्त खत्म की जाए क्योंकि हाजियों की एक बहुत बड़ी संख्या गांव तथा देहातों से आती है. उनके लिए इस शर्त को पूरा करना नामुमकिन है. मौलाना ने आह्वान किया कि सऊदी अरब सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया ने अगले साल होने वाली हज के सिलसिले में जो हिदायतें दी हैं, उनका पूरी तरह पालन किया जाए. भाषा सलीम नेत्रपाल नेत्रपाल
Source : Bhasha