राममंदिर का समर्थन करने को लेकर शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी से देवबंदी उलेमा नाराज हो गए हैं. उन्हें वसीम रिजवी का राममंदिर के समर्थन को लेकर बयान देना रास नहीं आ रहा है. वसीम रिजवी ने राममंदिर निर्माण के लिए गुरुवार को 51 हजार रुपये का चेक दिया था. इसी को लेकर देवबंदी उलेमाओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है.
यह भी पढ़ेंः ओवैसी पर वसीम रिजवी ने दिया ऐसा बयान कि सुनकर हो जाएंगे लाल
वसीम रिजवी ने कहा था कि बोर्ड ने मंदिर का समर्थन किया है. सर्वोच्च न्यायालय का जो फैसला होगा वही एक अकेला रास्ता था जिससे यह मामला सुलझ सकता था. हिंदुस्तान में राम जन्मभूमि के स्थान पर दुनिया का सबसे सुंदर राम मंदिर बनने की तैयारी हो रही है. वसीम रिजवी के इस बयान पर देवबंदी मौलाना कारी इस्हाक़ गोरा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जब से सूबे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार वजूद में आई है तब से वह इस तरह की बातें कर रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद के लिए दी जमीन, नहीं बनेगा मदरसा कॉलेज या अस्पतालः वसीम रिजवी
रिजवी लगा रहे हैं राम मंदिर का नारा
मौलाना कारी इस्हाक़ गोरा ने कहा कि वसीम रिजवी ने राम मंदिर का नारा लगा रखा है. उन्होंने रिजवी पर आरोप लगाया कि प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद ऐसा हुआ है. उन्होंने रिजवी पर आरोप लगाया कि दूसरे समुदाय को खुश करने के लिए वसीम रिजवी आए दिन ऐसे बयान देते रहते हैं.
मंदिर निर्माण को दिया 51 हजार का चेक
सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद अब मुस्लिम नेता भी राम मंदिर निर्माण के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं. शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने भगवान राम को इमामे हिन्द और मुसलमानों का पूर्वज बताया है. उन्होंने भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए 51 हज़ार का चेक भी दिया. उन्होंने कहा कि वह आगे भी मन्दिर के निर्माण में आर्थिक योगदान देंगे.
यह भी पढ़ेंः राम मंदिर ट्रस्ट को जमीन सौंपने की कवायद शुरू, हो रही दोबारा पैमाइश
सरकार ने बढ़ाई रिजवी की सुरक्षा
सुप्रीम कोर्ट का अयोध्या पर फैसला आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने कई लोगों की सुरक्षा में इजाफा किया है. इन लोगों में वसीम रिजवी भी शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी और सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी की सुरक्षा को बढ़ाकर वाई प्लस श्रेणी कर दिया है.