उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक 13 साल की नाबालिग लड़की के अचानक पेट में दर्द उठता है. परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर जाते हैं. यहां उसकी हालत और नाजुक होने लगती है जिसके बाद लड़की को PICU वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. इस बीच उसके ब्लीडिंग होने लगती है और फिर वह टॉयलेट में चली जाती है जहां एक बच्ची को जन्म दे देती है. इसकी सूचना जैसे ही अस्पताल प्रशासन को लगी वैसे ही उनके होश उड़ गए.
इस मामले की जानकारी जब पुलिस को मिली तो वो भी हक्की बक्की रह गई. इसके बाद टीम फौरन अस्पताल पहुंची और लड़की का स्टेटमेंट लिया. नाबालिग ने बताया कि उसके गांव का ही एक लड़का है जितेंद्र गुप्ता जिसने उसके साथ दुष्कर्म किया था और वह गर्भवती हो गई थी. प्रेग्नेंसी के दौरान घरवालों को पता नहीं चला. पूछने पर लड़की ने डर के मारे कभी इस घटना का जिक्र भी नहीं किया था.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मामला थाना बरियापुर क्षेत्र का है. यहां एक गांव की रहने वाली नाबालिग लड़की को अचानक पेट में दर्द उठा था. इसके बाद घरवाले उसे मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचे. यहां से उसे PICU वार्ड में शिफ्ट किया गया. लेकिन अचानक लड़की के ब्लीडिंग शुरू हो गई. स्टाफ नर्स ने जब लड़की की ऐसी हालत देखी तो उसे टॉयलेट भेज दिया.यहां लड़की ने एक बच्ची को जन्म दे दिया, जिसके बाद लड़की और नवजात दोनों को डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में रखा गया और पुलिस को सूचित किया.
आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल
वहीं इस मामले में थाना बरियापुर के प्रभारी डॉक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस बात का पता लगा वैसे ही मिली बिना देर किए धारा 376,5(जे)(2)/पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपी पर मुकदमा लिखा गया. आरोपी पीड़िता के गांव का ही निवासी है, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
नवजात को भेजा चाइल्ड केयर
बताया जा रहा है कि पीड़िता बहुत गरीब परिवार से आती है. मजदूरी से इनका घर चलता है. फिलहाल, बच्ची को जन्म देने वाली किशोरी की अस्पताल से छुट्टी हो गई है. लेकिन नवजात को लड़की के घरवालों ने पालने से मना कर दिया है. ऐसे में नवजात बच्ची को चाइल्ड केयर को सौंप दिया गया है.