देवरिया में सामूहिक हत्याकांड को लेकर अब प्रेम यादव पर सरकार बड़ी कार्रवाई के मूड में है. प्रशासन ने मकान पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है. इससे पहले प्रशान ने मकान पर नोटिस चिपका दिया है. नोटिस में बताया गया है कि मकान सार्वजनिक भूमि पर बना हुआ है. इससे राजस्व को नुकसान पहुंचा है. प्रशासन ने इसकी क्षतिपूर्ति को लेकर रकम तय करते हुए प्रेम यादव के परिवार को इसे जमा करने का समय दिया है. इसके साथ भूमि को तुरंत खाली को करने की चेतावनी दी है. जो नोटिस चिपकाई गई है, उसे प्रशासन ने प्रेम यादव के पिता रामभवन यादव के नाम से जारी की है.
प्रशासन ने यह नोटिस पूर्व प्रधान प्रेम यादव के अलावा तीन अन्य आरोपियों के घरों पर भी लगाया. इनके मकान खलिहान व नई परती की जमीन पर बने हुए हैं. देवरिया जिले के फतेहपुर गांव में दो अक्टूबर को प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे के परिवार में पांच लोगों की हत्या कर दी थी. इससे पहले सत्यप्रकाश दुबे के परिसर में प्रेम यादव की हत्या हुई थी. हत्या का मामले से पूरा प्रदेश हिल गया. इस वारदात में घायल सत्यप्रकाश के बेटे को देखने खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे थे.
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बुलडोजर चलाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी
इस घटना के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने प्रेम यादव के मकान की जांच कराई. ऐसा बताया जा रहा है कि यह मकान ग्राम सभा की जमीन को कब्जा करके बनाया गया है. यह जमीन राजस्व रिकार्ड में खलिहान के नाम से दर्ज किया गया है. मगर प्रेम यादव ने अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए ना केवल इसे कब्जे में लिया. इसके साथ यहां पर आलीशान हवेली भी बना दी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते मंगलवार को ही घर पर बुलडोजर चलाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी, गांव में बुलडोजर भेजा जा चुका है.
बताया जा रहा है कि अभी तक कोई नोटिस सर्व नहीं किया गया था, इसलिए प्रशासन ने कार्रवाई पर विराम लगा दिया. अब प्रेम यादव को जवाब देने के लिए एक दिन का समय मिला है. अब प्रशासन ने जारी नोटिस जारी करते हुए प्रेम यादव के पिता रामभवन यादव ने खलिहान की.006 एकड़ जमीन पर कब्जा कर यह मकान बनाया है. इससे सरकारी राजस्व को 31 हजार 920 रुपये की क्षति हुई है.
जमीन खाली करने के आदेश दिए
प्रशासन ने नोटिस में यह राशि शनिवार की सुबह 10 बजे सरकारी खजाने में जमाने कराने और इस जमीन खाली करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर प्रशासन खुद इस जमीन को खाली करवाएगा. इससे आने वाला पूरा खर्च रामभवन यादव से वसूला जाएगा. इस संबंध में जिला प्रशासन ने राम भवन यादव को अपना जवाब देने लिए वक्त दिया था, जो आस सुबह 10 बजे तक था.
Source : News Nation Bureau