Dibrugarh Express Accident: 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा में भीषण ट्रेन हादसा हुआ. चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कोच पटरी से उतर गए. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. साथ ही कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. ये हादसा कैसे हुआ इसकी जांच तो चल रही है, लेकिन हादसे के वक्त वहाँ मौजूद लोगों ने बताया कि ट्रैन के पटरी से उतरने से पहले उन्हें आवाज सुनाई दी. जिसके बाद ये हादसा हुआ. ऐसे में अब इस हादसे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल इस हादसे के दौरान लोको पायलट त्रिभुवन बुरी तरह से घबरा गए थे और किसी तरह मोबाइल से फ़ोन पर मैकेनिकल विभाग को हादसे की जानकारी दी, जिसका ऑडियो भी अब सामने आया है.
दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे के मैकेनिकल डिपार्टमेंट में तैनात रेल कर्मचारी योगेश शर्मा से लोको पायलट को रोते हुए पूरी घटना उन्होंने बताई. बातचीत का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस दौरान मैकेनिकल डिपार्टमेंट से योगेश लोको पायलट त्रिभुवन को बारबार हिम्मत से काम लेने की सलाह देते सुने जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि घबराइए नहीं आपके पास जल्दी से ही रिलीफ टीम पहुंचेगी. वहीं इस पूरे मामले पर अपडेट के बात करें तो घटना के बाद जब चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में बचाव व राहत कार्य की टीम वहाँ गई तो थानाध्यक्ष मोतीगंज अचानक से बेहोश हो गईं. वहीं हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट की हालत भी बिगड़ गई. मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने दोनों का इलाज किया. डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट बीट बढ़ने से दोनों की हालत बिगड़ी थी, मगर इलाज के बाद दोनों अब खतरे से बाहर है. तो चलिए अब आपको बताते हैं कि ये घटना आखिर कब और कैसे हुई?
असल में चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार यानी की 18 जुलाई की दोपहर गोंडा रेलवे स्टेशन से छूटने के बाद करीब 3:45 पर गोंडाव गोरखपुर रेलखंड के मोतीगंज रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी. मोतीगंज जिला हिल रेलवे स्टेशन के मध्य पीकौरा कोइरीपुर गांव के पास रेल ट्रैक में आई खराबी के कारण पहले ट्रेन के दो डब्बे पलट गए. इसके बाद एक के बाद एक करके 12 टीपे पलट गईं. रेल हादसे के बाद कोहराम मच गया. इस हादसे में चार लोगों की मौत के साथ तीन दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी बताए गए हैं. हालांकि उनको हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया है और अब उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
Source : News Nation Bureau