उत्तर प्रदेश का रामपुर जिला. ये जिला मुस्लिम बहुल है. यहां की राजनीति पर आजम खान का नाम ही हावी रहता है. हालांकि इसके बावजूद अतीत तीन लोकसभा चुनाव बीजेपी जीत चुकी है. इस बार आजम खान चुनाव मैदान में नहीं है. वो हाल ही में जेल से बाहर आए हैं. लेकिन समाजवादी पार्टी ने रामपुर में उनपर पहले की तरह ही पूरा भरोसा जताया है. वो जेल गए, फिर विधानसभा चुनाव लड़कर विधायक बनें और रामपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया, जिसकी वजह से आज उपचुनाव की नौबत आई है और आज के दिन मतदान हो रहा है. इस बीच न्यूज नेशन ने रामपुर के लोगों से आजम खान को लेकर सवाल पूछे, जिसमें हिंदू और मुस्लिम मतदाता पूरी तरह से बंटे नजर आए.
आजम को लेकर बंटी राय
आजम खान रामपुर में जिस इलाके में रहते हैं वह पूरी तरह से मुस्लिम बहुल इलाका है. लेकिन आजम खान के घर के पास एक गली है जिसमें ज्यादातर संख्या हिंदुओं की है. इस गली के हिंदुओं से जब हमने रामपुर की सियासत पर चर्चा की, तो उन्होंने आजम खान को इस चुनाव में कोई बड़ा मुद्दा मानने से इनकार कर दिया और जिस तरह से आजम खान 27 महीने जेल में रहने को अपने ऊपर जुल्म बता रहे हैं उस पर भी आजम खान के घर के पास रहने वाले हिंदुओं की राय अलग थी.
मुसलमानों को लगता है-ज्यादती हुई
आजम खान के घर के पास रहने वाले हिंदुओं ने कहा कि अगर आजम खान जेल गए थे तो उसकी कोई वजह रही होगी. उन्होंने कुछ किया होगा तब उन्हें सजा मिली. जबकि इसी इलाके के मुसलमानों की राय हिंदुओं से बिल्कुल अलग थी. आजम खान के घर के पास रहने वाले मुसलमानों ने कहा कि आजम खान 27 महीने जेल में रहे हैं उनके ऊपर जुल्म हुई है. ज्यादती हुई है, जिसको लेकर रामपुर के मुसलमानों में गुस्सा है और रामपुर का मुसलमान एकजुट होकर आजम खान के साथ है और उन्हें इस चुनाव में वोट देगा.
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बुजुर्ग मुसलमान जहां आजम खान को विक्टिम बता रहे थे और आरोप लगा रहे थे कि सरकार ने उनके साथ जुल्म और ज्यादती की है. तो युवा वोटर ने कहा कि रामपुर और अगल-बगल के जिलों में आजम खान से बड़ा सुपरस्टार कोई नहीं है.
HIGHLIGHTS
- आजम को लेकर बंटी आम लोगों की राय
- धार्मिक आधार पर भी बंटे नजर आए मतदाता
- एक कर रहा न्याय की बात, दूसरा ज्यादती की बात