उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रचंड बहुमत से सरकार बनने के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्रियों के बीच मतभेद सामने आए हैं। सूत्रों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच कई विभागों को लेकर सीधा टकराव है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी और उपमुख्यमंत्रियों के बीच सोमवार को कई दौर की बैठक के बाद भी देर शाम रात तक कोई फैसला नहीं हो पाया।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के बीच देर शाम तक मंत्रियों के विभागों को लेकर मंथन चला, जिसमें संगठन मंत्री सुनील बंसल भी शामिल थे।
कई दौर की बातचीत के बाद भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के साथ ही नौकरशाही में फेरबदल को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पाई।
सूत्रों के मुताबिक, इस टकराव को देखते हुए मुख्यमंत्री को दिल्ली तलब किया गया। अब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दरबार में ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा और नौकरशाही को लेकर भी कई बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, आदित्यनाथ योगी और केशव प्रसाद मौर्य के बीच गृह विभाग को लेकर सहमति नहीं बन पाई। कई अन्य विभागों के बंटवारे में भी मतभेद दिखा।
और पढ़ें: योगी आदित्यनाथ ने कहा, दिसंबर तक 30 जिलों को खुले में शौच से मुक्त बनाए अधिकारी
इधर, नई सरकार के गठन के साथ ही मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के पद को लेकर भी दौड़ शुरू हो गई है। पुलिस महानिदेशक को लेकर जहां 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी रजनीकांत मिश्रा व प्रवीण कुमार का नाम चर्चा में है, वहीं मुख्य सचिव को लेकर 1982 बैच के आईएएस अधिकारी प्रवीर कुमार रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
और पढ़ें: अयोध्या विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दोनों पक्ष मिलकर हल निकालें
HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश में मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर सीएम और उप मुख्यमंत्री में विवाद
- कई दौर की बैठकों के बाद भी नहीं हुआ फैसला, योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंचे
- सूत्रों के मुताबिक, टकराव को देखते हुए मुख्यमंत्री को दिल्ली तलब किया गया है
Source : IANS