उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में तबादले की वजह से नाखुश एक सब इंस्पेक्टर ने गुस्से में अपने नए तैनाती स्थल की ओर पैदल ही दौड़ लगा दी. हालांकि रास्ते में ही वो बेहोश होकर गिर गए थे. मामले में मिली ताजा जानकारी के अनुसार घटना मीडिया में आने के बाद इटावा पुलिस ने इंस्पेक्टर के इस कृत को अनुशासनहीनता करार देते हुए निलंबित कर दिया है. इटावा पुलिस ने ट्विट के माध्यम से कहा कि-जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी करने एवं राजनीतिक बयानबाजी, ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर, अनुशासनहीनता संबंधी कतिपय आरोपों के कारण उपनिरीक्षक विजय प्रताप को निलंबित कर दिया गया.
वहीं इससे पहले तबीयत खराब होने के बाद इंस्पेक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हाईवे पर सब इंस्पेक्टर को अकेले दौड़ते हुए देखकर सभी लोग हैरत में पड़ गए. लोग समझ रहे थे कि दरोगा साहब किसी अपराधी के पीछे दौड़ रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस बारे में पूछा तो मामला कुछ और ही था.
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सब इंस्पेक्टर (एसआई) विजय प्रताप इटावा जिले में पुलिस लाइन में तैनात थे. जहां से उनका तबादला बिठौली थाने में कर दिया गया था. जिससे एसआई विजय प्रताप काफी नाराज थे और इसी गुस्से में उन्होंने अपने नए तैनाती स्थल पुलिस लाइन से 60 किलोमीटर दूर बिठौली थाने की ओर पैदल ही दौड़ लगाने की ठान ली. वो दौड़ते-दौड़ते 45 किलोमीटर तक जा पहुंचे, लेकिन इसके बाद वो रास्ते में ही बेहोश हो गए. स्थानीय लोगों ने दरोगा को उठाकर चारपाई पर लिटाया. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया.
सब इंस्पेक्टर (एसआई) विजय प्रताप ने आरोप लगाया कि मुझे आरआई (पुलिस के रिजर्व इंस्पेक्टर) की तानाशाही के कारण स्थानांतरित किया जा रहा है. मुझे एसएसपी द्वारा पुलिस लाइन में वापस रहने के लिए कहा गया था, लेकिन मुझे आरआई द्वारा जबरदस्ती बिठोली में स्थानांतरित किया जा रहा है. पैदल ही दौड़ने को लेकर विजय प्रताप ने कहा कि आप इसे मेरा गुस्सा या नाखुश कह सकते हैं, लेकिन मैं बिथोली चला जाऊंगा.
Source : News Nation Bureau