माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार को यानी आज प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. प्रयागराज में मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय अतीक और उसके भाई की मौत हो गई. फायरिंग प्रयागराज के धूमनगंज थाने के अंदर हुई. खबरों के अनुसार, दो से तीन लोगों ने उन पर गोलियां चलाईं, जिनकी पहचान हो गई है. घटना का वीडियो भी ऑनलाइन सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि अतीक और उसका भाई एक पुलिस वैन से बाहर आए और मीडिया को उनके बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने के बारे में जवाब देने लगे, तभी हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं. इय भयावह घटना को देखकर वहां मौजूद हर शख्स हैरान था. वहीं दोनों माफियाओं की मौत पर कई राजनीतिक दल के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
स्वतंत्र देव सिंह -
पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है.
बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान फेसबुक पोस्ट -
दोनों का मर्डर अति निंदनीय है और सुरक्षा जांच सवालों के घेरे में है. इसके अलावा उन्होंने घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की है.
सीएम योगी आदित्यनाथ -
सीएम योगी के आवास पर हाई लेवल की मीटिंग शुरू हो गई है.
असदुद्दीन ओवैसी -
अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे. उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं. JSR के नारे भी लगाये गये. दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है. एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार हैं.
अखिलेश यादव -
उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है. जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या. इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि विशेष रूप से. उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसका परिवार सवालों के घेरे में आ गया था. अतीक के खिलाफ पिछले 43 सालों में 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे. उन्हें कुछ मामलों में दोषी ठहराया गया था. उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने गुरुवार को अतीक और उसके भाई को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
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