दिवाली के त्योहार में दूध-दही की शार्टेज की वजह से मिलावटखोर लोगों की सेहत के साथ किस तरह से खिलवाड़ कर रहे हैं. गोरखपुर के मिल्क पैकिंग प्लांट से फूड विभाग की टीम ने बड़े ब्रांड की 600 किलोग्राम फंगस लगी एक्सपायरी दही को जांच में बरामद कर नष्ट करा दिया. यहां से 35 लीटर प्रतिबंधित हाइड्रोजन पैराआक्साइड भी बरामद किया गया है. इसका इस्तेमाल दूध को फटने से बचाने के लिए किया जाता है.गोरखपुर की खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम दिवाली के त्योहार के पहले पूरी तरह सक्रिय हो गई है.
ताजा मामला सहजनवां के मिल्क पैकिंग प्लांट का है. यहां टीम ने सहजनवां में ‘हेल्थ वेज मिल्क पैकिंग प्लांट’ पर छापेमारी कर 600 किलोग्राम फंगस लगी एक्सपायरी दही को नष्ट कराया है. ये दही 24 सितंबर 2024 को ही एक्सपायर हो चुका है. उसकी कीमत 30 से 35 हजार रुपए है. इसके साथ ही वहां पर 35 लीटर हाइड्रोजन पैराआक्साइड भी बरामद किया गया है.
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इसका इस्तेमाल दूध को फटने से बचाने के लिए किया जाता है. हालांकि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसे भी आशंका के आधार पर सीज कर दिया गया है. दूध,घी,दही और काऊ मिल्क के 5 से 6 नमूने उस फैक्ट्री से लिए गए हैं. इसकी जांच भी जा रही है. खाद्य विभाग की अब तक की प्रमुख कार्यवाही गायत्री नगर में नकली घी की फैक्टरी पकड़ी गई.पुरानी एक्सपायर 25 कुंतल मिठाई नष्ट कराई गई. दूषित सॉस की फैक्टरी सील की गई. 3000 केजी खराब सेंवई सीज की गई.हानिकारक रसायन से पकाया गया केला नष्ट.
कीमत 30 से 35 हजार रुपए है
गोरखपुर के सहायक आयुक्त खाद्य (द्वितीय) डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि आगामी त्यौहार दीपावली व छठ पर्व को लेकर विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. टीम ने सहजनवां में "हेल्थ वेज मिल्क पैकिंग प्लांट" पर छापेमारी कर 600 किलोग्राम फंगस लगी एक्सपायरी दही को नष्ट कराया है. उसकी कीमत 30 से 35 हजार रुपए है. इसके साथ ही वहां पर 35 लीटर हाइड्रोजन पैराआक्साइड भी बरामद किया गया है. इसका इस्तेमाल दूध को फटने से बचाने के लिए किया जाता है. हालांकि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसे भी आशंका के आधार पर सीज कर दिया गया है. दूध, घी, दही और काऊ मिल्क के 5 से 6 नमूने उस फैक्ट्री से लिए गए हैं. इसकी जांच भी जा रही है.