गोरखपुर के अलहदादपुर, बनकटीचक में बीती देर रात डॉ. कफील अहमद के मामा नुसरतुल्लाह वारसी उर्फ दादा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या के पीछे प्रोपर्टी विवाद की वजह बताई जा रही है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन कांड से चर्चा में आए डॉ. कफील के मामा अलहदादपुर, बनकटीचक निवासी नुसरतुल्ला वारसी की शहर में कई जगह प्रोपर्टी है. वह रोज की तरह अपने मकान से थोड़ी दूरी पर सिराज तारिक वकील के घर गए थे.
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वह रात तकरीबन 11 बजे घर के लिए निकले. वह मकान के बगल में स्थित मकबरे के मुख्य गेट पर पहुंचे तो एक युवक पहले से खड़ा था. वह उसके कंधे पर हाथ रख कर बात करते हुए गेट के अंदर गए. अंदर पर पहुंचते ही युवक ने तमंचा निकाल लिया. वह उसकी मंशा समझकर भाग पाते कि उससे उसने दौड़ा कर उनके सिर में गोली मार दी. जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. गोली चलने की आवाज सुनकर जब तक आसपास के लोग पहुंचते हमलावर फरार हो चुका था. फिलहाल मामले की जांच में पुलिस की 3 टीमें लगी हुई हैं.
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डॉ कफील पर लगा एनएसए
गौरतलब है कि 12 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में डॉ कफील ने सीएए के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था, जिसमें धार्मिक भावनाओं को भड़काने का एक वीडियो भी सामने आया था. जिसके बाद डॉ कफील पर अलीगढ़ प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी. भड़काऊ भाषण के बाद एसटीएफ द्वारा डॉ कफील को मुंबई के एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उन्हें अलीगढ़ लाया गया. लेकिन एएमयू में तनाव को देखते हुए डॉ कफील को 31 जनवरी को मथुरा जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया. जेल से रिहा होने से पहले ही उन पर एनएसए लगा दिया गया.
Source : News Nation Bureau