योगी आदित्यनाथ की सरकार अपराधियों और सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण करने वालों पर सख्त रही है. अतिक्रमित की गयी जमीन पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाने से भी परहेज नहीं किया. यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों में गुंडा-अपराधियों और गैंगेस्टर पर सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था. योगी-2 सरकार में एक बार फिर बुलडोजर तैयार है. बुलडोजर के खौफ से दो सप्ताह में 50 से अधिक अपराधियों ने सरेंडर कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि कई फरार अपराधियों की ऐसी तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिनमें वह गले में तख्तियां लटकाए पुलिस थानों में दिख रहे हैं. उनमें लिखा होता है 'मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, प्लीज मुझे गोली मत मारो.
राज्य में कानून-व्यावस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 7 हजार 7 सौ 52 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा रही है. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी के अनुसार, हथियारों का गलत इस्तेमाल करने पर एक हजार से ऊपर लोगों के लाइसेंस भी सस्पेंड किए जा रहे हैं. वहीं शांति व्यवस्था भंग करने के मामले में 2 लाख 32 हजार 971 केस में 11 लाख 99 हजार 828 व्यक्तियों को पाबंद किया गया. इस वर्ष अब तक 1439 शस्त्र लाइसेंसों का निलंबन हो चुका है.
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अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि पिछले एक पखवाड़े में 50 से अधिक अपराधियों ने न केवल सरेंडर किया है, बल्कि क्राइम से दूर रहने का संकल्प भी लिया है. बता दें कि अपराधियों और माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के प्रतीक बन चुके बुलडोजर (Bulldozer)ने पूरे यूपी चुनाव में योगी आदित्यनाथ को 'Bulldozer Baba'का नाम दे दिया गया.
सहारनपुर जिले के एक थाने में करीब दो दर्जन अपराधी कभी क्राइम न करने का वादा करते हुए लाइन में लग गए. इसके बाद देवबंद में 4 शराब तस्करों के सरेंडर करने की खबर आई और ऐसा ही शामली में कई अपराधियों के मामले में हुआ. पिछले हफ्ते प्रतापगढ़ में एक रेप के आरोपी ने रेलवे स्टेशन के पास शौचालय में एक महिला से रेप करने के 4 दिन बाद खुद ही सरेंडर कर दिया. पुलिस ने उसके घर के सामने बुलडोजर खड़ा कर दिया था.