केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक कानून को पास किए जाने के बाद अब इसका असर दिखना शुरू हो गया है. जो लोग किसी न किसी कारण से अपनी पत्नी को छोड़ देते हैं और बाद उनको तलाक-तलाक-तलाक बोलकर उनकी जिंदगी को बर्बाद कर देते है, ऐसे लोगों पर कानून का असर पड़ता हुआ नजर आ रहा है. तीन तलाक कानून पास होने के बाद इसका प्रभाव सहारनपुर में देखने को मिला, जहां पिछले 8 महीने से अपनी पत्नी को छोड़कर तलाक लेने का मन रहा एक युवक उसे फिर से अपना लिया और 8 महीने के बाद उसे वापस अपने साथ ले जाने के लिए राजी हो गया है.
ये भी पढ़ें- IND vs WI: वेस्टइंडीज दौरे पर केएल राहुल रच सकते हैं इतिहास, तोड़ सकते हैं विराट कोहली और बाबर आजम का रिकॉर्ड
दरअसल, सहारनपुर की रहने वाली नसीमा की शादी उत्तराखंड के विकासनगर निवासी अली नाम के युवक के साथ 2015 में हुई थी. दोनों को जुड़वा बच्चे भी हुए थे. करीब एक साल पहले नसीमा के पति अली ने आपसी मनमुटाव के चलते उसे वापस मायके भेज दिया था. नसीमा व अली के बीच चल रहा विवाद कोर्ट तक जा पहुंचा, लेकिन एक साल के बाद भी कोई उचित फैसला नहीं आया. नसीमा का पति उसे तलाक देना चाहता था. लेकिन जैसे ही तीन तलाक कानून पास हुआ, नसीमा के पति व उसके ससुराल वालों में कानून का खौफ पैदा हो गया.
और पढ़ें: रवि शास्त्री को दोबारा कोच बनाने के फैसले पर 40 हजार लोगों की आई प्रतिक्रिया, हैरान कर देंगे पाठकों के जवाब
अली और उसके घर वालों ने तीन तलाक कानून में होने वाली कार्रवाई के डर से नसीमा के साथ समझौता कर लिया और उसे अपने साथ रखने के लिए राजी हो गया. अच्छी बात ये है कि नसीमा भी अली के साथ वापस जाने के लिए तैयार हो गई. इतना ही नहीं नसीमा के ससुराल पक्ष के लोगों ने नसीमा व उसके बच्चों को जायदाद में हिस्सेदारी भी दी दी है. नसीमा का घर फिर से बसने के बाद उसके लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही सुप्रीम कोर्ट की वकील फरहा फैज बेहद खुश हैं और इस कानून को अमल में लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सहारनपुर जिला प्रसाशन का शुक्रिया अदा कर रही हैं.
Source : News Nation Bureau