पुलिस (Police) की खाकी पर वैसे तो कई दाग हैं. लेकिन कोरोना काल में जिस साहस और त्याग का परिचय दिया है. जिससे हर कोई पुलिस को सलाम ठोकता है. लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों के चलते पूरा महकमा बदनाम रहता है. पुलिस का काम लोगों को सुरक्षा प्रदान करना है. लोगों को न्याय (Justice) दिलाना है. अपराधियों के मन में डर पैदा करना है. लेकिन उन्नाव पुलिस ने इसके विपरीत काम किया है. पुलिस का अमानवीय बर्ताव सामने आया है. जिससे पूरा महकमा शर्मसार हो गया है. SP उन्नाव से फरियाद करने पहुंची बुजुर्ग महिला को SP के मातहतों ने उन्हीं के सामने बलपूर्वक धकेल कर किनारे कर दिया. इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार की घोर निंदा की है.
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SP अपनी गाड़ी से उतरे बिना ही महिला को अपमानित होते छोड़ गए
एसपी साहब सब कुछ अपनी गाड़ी में बैठकर देखते रहे. एक बार टोकना तक उचित नहीं समझा. SP अपनी गाड़ी से उतरे बिना ही महिला को अपमानित होते छोड़ गए. पुलिस कर्मियों ने महिला को सबके सामने सामने अपमानित किया. औरत होने के नाम पर गाली भी दी. इसके बाद भी पुलिस का मन नहीं भरा तो कहा कि तुम्हारे दांत तोड़ देंगे. ये है पुलिस का बर्ताव. जहां फरियादी अपना फरियाद लेके आते हैं. न्याय की गुहार लगाते हैं. वहां से उन्हें बेइज्जती करके भेज देते हैं. पुलिस ने पीड़ित को विश्वास में लेने के बजाय पूरा दोष पीड़िता पर ही मढ़ दिया.
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किसी ने बुजुर्ग महिला की फरियाद नहीं सुनी
हालांकि इस मामले में जितना दोष पुलिसकर्मियों की है, उससे कहीं अधिक एसपी का भी है. उनके सामने महिलाएं अपमानित होती रहीं, लेकिन साहब गाड़ी से उतरना तो दूर एक लब्ज तक कहना उचित नहीं समझा. कप्तान के सामने पुलिसकर्मी ऐसे हरकतें करते हैं तो भगवान जाने बाहर किस तरह का लोगों के साथ बर्ताव करते होंगे. बुजुर्ग महिला को थाने से अपमानित कर बाहर भेज दिया. किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी. वहीं अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उन्नाव में SP के सामने पुलिस कर्मियों द्वारा महिला फरियादियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की घोर निंदा करता हूं. इस सरकार में अधिकारी बेलगाम हो गए हैं.
Source : News Nation Bureau