उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से हत्याकांड का एक रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां बदमाशों ने एक युवक के घरम में घुसकर उसकी पत्नी को बंधक बना दिया. इसके बाद उसके ही सामने उसके पति का गला धारदार हथियार रेत कर बेरहमी से हत्या कर दी. इस खौफनाक वारदात को अंजाम देकर आरोपी तो फरार हो गए, लेकिन इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मृतक की पहचान मनोज जाटव (45) के रूप में हुई है. शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को कुछ अज्ञात लोग गपचिया गांव में स्थित उसके घर में घुस गए. उस वक्त वो अपनी पत्नी के साथ सो रहा था. इसके बाद सबसे पहले हमलावरों ने महिला के हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए. इसके बाद बदमाशों ने मनोज जाटव का गला धारदार हथियार से रेत दिया. हत्या के बाद पत्नी ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
दिल्ली में था सिक्योरिटी गार्ड
संजय कुमार ने आगे बताया कि मृतक दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड था. वो कुछ दिनों के लिए घर आया हुआ था. इसी बीच उसकी हत्या की वारदात ने लोगों को चौंका दिया है. उसके पड़ोसियों और रिश्तेदारों का कहना है कि उसका किसी से कोई विवाद नहीं था. यहां तक बदमाशों ने भी घर में लूटपाट नहीं की है. फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
सर्राफा फैमिली की भी हुई थी मौत
इससे पहले भी इसी तरह पिछले हफ्ते इटावा से ही एक सर्राफा फैमिली में हत्या की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. यहां एक कारोबारी मुकेश वर्मा ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर दी थी. पुलिस की जांच में सामने आया था कि मुकेश ने पहले अपनी पत्नी रेखा (45 वर्ष), बेटी भाव्या (20 वर्ष), बेटी काव्या (16 वर्ष), और बेटे (11 वर्ष) को नींद की गोलियां दीं, जिससे वे बेहोश हो गए. फिर एक-एक कर उसने सबका गला दबा दिया. इसके बाद आत्महत्या के लिए रेलवे ट्रैक पर लेट गया. हालांकि, पुलिस पूछताछ में उसने साफ कर दिया कि इस खौफनाक कदम के पीछे पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव था.