कानपुर में सेना की आयुध (आर्डिनेंस) फैक्ट्री में हुए धमाके में एक और घायल ने दम तोड़ दिया है, जबकि 7 घायल कर्मचारियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. फैक्ट्री के बॉयलर में धमाका हुआ था, लेकिन कारण अभी साफ नहीं हो पाया है. बता दें कि यहां सेना के लिए गोले बारूद का निर्माण होता है और उसकी टेस्टिंग भी की जाती है. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कानुपर के इस आर्डिनेंस फैक्ट्री ने इतिहास रचते हुए स्वेदशी तकनीक से बने बेहद मारक धनुष तोप का सफल परीक्षण और लॉन्चिंग किया था.
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कानपुर में सेना के लिए आयुध का निर्माण करने वाली ऑर्डेनेंस फैक्ट्री अर्मापुर में है. यहां पर निर्मित गन एवं तोप की टेस्टिंग का कार्य भी होता है. मंगलवार को ओएफसी के अंदर तोप की बैरल टेस्टिंग के दौरान नाइट्रोजन सिलेंडर फट गया था. इसकी जानकारी होते ही आयुध निर्माणी फैक्ट्री के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए और तत्काल बचाव कार्य शुरू कराया. सीनियर जीएम ओएफसी एमके गर्ग के मुताबिक, तेज धमाके में जबलपुर के असिस्टेंट इंजीनियर एमएस राजपूत की मौत हो गई थी. बुधवार को घायल ओएफसी के कर्मचारी एमपी महतो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है.
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वहीं, असिस्टेंट इंजीनियर प्रताप सिंह, एई संदीप केलकर, एई पंकज श्रीवास्तव तथा एग्जामिनर द्वारिका शाह, अतुल श्रीवास्तव तथा दो कैजुअल लेबर करुणा शंकर व रामचंद्र गुप्ता घायल हुए हैं. घायलों को एंबुलेंस से शहर के नामचीन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर प्रताप सिंह की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है.
Source : News Nation Bureau