समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कई बार योगी सरकार और मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं कि यूरिया का वजन कम कर दिया गया. किसानों को पहले 50 किलो यूरिया मिलता था जो अब सिर्फ 45 किलो है. तो क्या सच में सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है? आइए जानते हैं क्या है इस दावे की सच्चाई? अखिलेश यादव के द्वारा लगाए गए आरोपों को जांचने परखने के लिए न्यूज स्टेट की टीम ने गोरखपुर की साधन सहकारी समिति का जायजा लिया. यहां जो तथ्य पता चला वो चौंकाने वाला था.
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यूरिया खाद का वजन सच में पांच किलो घटा दिया गया है. लेकिन 50 किलो की जो बोरी 325.50 रुपये में मिलती थी, वो अब 266.50 रुपये में मिलती है. यानी पहले 6 रुपये 25 पैसे प्रति किलो मिलने वाला यूरिया आज 5 रुपये 90 पैसे में मिलता है. वजन घटाने के साथ ही सरकार ने इसके दाम भी घटाए हैं.
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साधन सहकारी समिति के सचिव के मुताबिक वजन घटाने से किसानों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. अगर किसानों को 5-10 किलो खाद की अलग से जरूरत होती है तो खुले में सरकारी रेट पर उपलब्ध करा दिया जाता है. यूरिया के वजन को लेकर कुछ किसानों ने बताया कि खेती पर कोई विशेष असर नहीं पड़ा है. वजन कम होने से खेतों में यूरिया का कम इस्तेमाल करते हैं और जैविक खेती पर ज्यादा ध्यान देते हैं.
Source : News Nation Bureau