जमीनी विवाद में इंसाफ न मिलने से पीड़ित परिवार ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की. इस प्रयास में परिवार की 70 वर्षीय वृद्ध महिला बुरी तरीके से झुलस गयी. परिवार के लोगों ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासनिक आला अधिकारियों तक गुहार लगाई थी, लेकिन न्यायालय के स्पष्ट स्टे ऑर्डर के बाद भी लगातार निर्माण कार्य चल रहा था.
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गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र गोला तहसील में पड़ने वाले पदमल पार गांव के रहने वाले शैलेश शुक्ला अपनी 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर न्यायालय में दिनेश शुक्ला नाम के व्यक्ति से मुकदमा लड़ रहे हैं. जमीन के विवाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है और न्यायालय ने शैलेश शुक्ला को स्टे ऑर्डर भी दिया है.
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स्टे ऑर्डर के बाद भी दिनेश शुक्ला उस भूमि के 6 डिसमिल जमीन पर मकान निर्माण करा रहा है. जिसका विरोध करने पर वह शैलेश शुक्ला को जान से मारने की धमकी देता है. यह मामला मुख्यमंत्री से लेकर जिले के आला अधिकारियों तक पहुंचाया गया पर इसके बाद भी निर्माण कार्य नहीं रुका.
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इस बात से आहत होकर शैलेश शुक्ला आज विवादित भूमि पर पहुंचे और अपने पूरे परिवार पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी. इस घटना में शैलेश शुक्ला की 70 वर्षीय मां राजकुमारी पूरी तरीके से झुलस गईं, जिन्हें गोरखपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.
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इस मामले में पुलिस के एक तरफा रवैये से पूरा परिवार आहत था. शैलेश शुक्ला का कहना है कि उसने कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की लेकिन आइजीआरएस के अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया.