उत्तर प्रदेश के बरेली में जामा मस्जिद के इमाम ने तीन तलाक और इस्लामिक कानूनों का विरोध करने वाली एक महिला के खिलाफ फतवा जारी किया है।
निदा खान नाम की महिला तीन तलाक, हलाला, बहू विवाह और कई महिला विरोधी इस्लामिक प्रथाओं का लंबे समय से विरोध करती रही हैं।
निदा खान इमाम के एक रिश्तेदार की पत्नी है और तीन तलाक की भी पीड़िता हैं। वह कई दूसरी पीड़ित महिलाओं के लिए लड़ती आ रही हैं और इसे गैर-इस्लामिक बताती हैं।
इमाम खुर्शीद आलम ने बकायदा एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, 'निदा खान को इस्लाम से बाहर निकाल दिया गया है क्योंकि वह लगातार धर्म और इसके नियमों के खिलाफ बोल रही थी। उनके खिलाफ एक फतवा जारी किया गया है। जब तक वह सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगती हैं और एंटी इस्लाम स्टैंड को वापस नहीं लेती तब तक कोई मुस्लिम उससे संपर्क नहीं बनाएगा।'
इस फतवे का जवाब देते हुए निदा खान ने कहा, 'इस्लाम से बाहर करने वाले वे कौन होते हैं। अगर वे मेरे संवैधानिक, मौलिक अधिकारों को हनन करने की कोशिश करेंगे तो मैं इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट लेकर जाऊंगी। वे मेरी छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।'
इससे पहले सोमवार को भी उत्तर प्रदेश की एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें कहा गया था कि लड़की पैदा होने के कारण उसके पति ने उसे तीन तलाक दे दिया था।
महिला ने आरोप लगाया था कि पति और उसके भाईयों ने उसके साथ मारपीट भी की और एक सप्ताह पहले लड़की पैदा होने के कारण दहेज की भी मांग की थी।
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Source : News Nation Bureau