प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर को जब अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे, तो राक्षसराज रावण का मंदिर भी 'जय श्री राम' के जयकारों से गूंज उठेगा. बिसरख क्षेत्र में बना मंदिर लंका के राजा रावण को समर्पित है, जिसका भगवान राम ने वध किया था. रावण मंदिर के पुजारी महंत रामदास ने कहा कि हम अयोध्या में 'भूमि पूजन' समारोह संपन्न होने के बाद मिठाई भी वितरित करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यदि रावण नहीं होता, तो कोई राम नहीं होता और भगवान राम ने अवतार न लिया होता तो किसी को भी रावण के बारे में कुछ पता नहीं चलता. ये दोनों अस्तित्व एक तरह से आपस में जुड़े हुए हैं. स्थानीय लोककथाओं के अनुसार, बिसरख रावण का जन्म स्थान है.
बिसरख के इस मंदिर में भगवान शिव, पार्वती और कुबेर की मूर्तियां भी हैं. महंत रामदास ने बताया कि रात में भी यह मंदिर बंद नहीं होता है. यहां आने वाले भक्त भगवान शिव, कुबेर और यहां तक कि रावण की पूजा भी करते हैं. यहां आने वाले लगभग 20 फीसदी भक्त रावण की पूजा करते हैं.
Source : IANS/News Nation Bureau