राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को कथित रूप से बदनाम करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवाद पार्टी (सपा) नेता आजम खां के खिलाफ शुक्रवार को एफआईआर दर्ज किया गया. खां के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता उलेमा जमीर नकवी ने शिकायत दर्ज करवाया है. आजम खां धार्मिक नेता कल्बे जवाद और उनके सचिव इमरान नकवी को अपमानित करने का आरोप है.
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि खां के साथ शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी इसमें शामिल हैं. सपा नेता पर आरोप है कि जब वे पूर्ववत सरकार में मंत्री थे तो उन्होंने सरकारी पैड (लेटरहेड) और स्टांप का उपयोग आरएसएस को बदनाम करने के लिए किया था.
आजम खां की तरफ से इस एफआईआर पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. गौरतलब है कि खां आरएसएस के खिलाफ बयान देने वालों में आगे रहे हैं.
अभी हाल ही में प्रणब मुखर्जी को भारतरत्न सम्मान दिए जाने के फैसले पर उन्होंने कहा था कि आरएसएस की दावत कुबूलने के लिए उन्हें (पूर्व राष्ट्रपति) यह इनाम मिला है. उन्होंने कहा, 'इसमें कोई राजनीति नहीं है. उन्होंने आरएसएस मुख्यालय जाने की दावत कुबूल की थी, उसके बदले में आरएसएस को कुछ तो देना था. यह उसी का इनाम है.'
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पूर्व मंत्री के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कई सारे मामले दर्ज हैं. इसी महीने एमपी-एमएलए कोर्ट ने आजम खां के खिलाफ 2008 के मामले में गिरफ्तारी का आदेश दिया था.
बता दें कि खां और उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम पर कुछ दिनों पहले ही धोखाधड़ी का मुकदमा (जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में) भी दर्ज हुआ था.
Source : News Nation Bureau