पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ लखनऊ की एक कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने और तीन दिन में रिपोर्ट (FIR) की कॉपी कोर्ट भेजने का आदेश दिया है. खुर्शीद के खिलाफ हिंदू धर्म और हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन बोको हरम और आईएसआईएस से करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा. बुधवार को एसीजेएम शांतनु त्यागी ने थाना प्रभारी बख्शी का तालाब (BKT) को आदेश दिया है कि वह तीन दिन में रिपोर्ट की कॉपी कोर्ट भेजने के साथ मामले की पूरी जांच करें.
इससे पहले बीकेटी की रहने वाली शुभांशी तिवारी ने सलमान खुर्शीद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग वाली अर्जी देकर कोर्ट को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन अवर टाइम्स’ में कुछ अंश अत्यंत विवादास्पद और हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने वाले हैं. इससे उनकी और उनके समुदाय की भावनाएं आहत हुईं हैं. उन्होंने बताया था कि खुर्शीद ने अपनी विवादित किताब के प्रमोशन के दौरान दिए इंटरव्यूज में हिंदुत्व की तुलना जानवर और हैवान से की है. तिवारी ने पहले बीकेटी थाने में जाकर केस दर्ज करने की अर्जी दी थी. पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद शुभांशी तिवारी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
किताब के कुछ अंश बेहद विवादित
कोर्ट में दाखिल अर्जी में आरोप लगाया है कि सलमान खुर्शीद एक सीनियर एडवोकेट होने के साथ ही केंद्र में कई बार मंत्री पदों पर रहे हैं. उनकी लिखी किताब सनराइज ओवर अयोध्या के कुछ अंश बेहद विवास्पद और हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने वाले लगे हैं. किताब के पृष्ठ 113 पर अध्याय 6 द सैफरन स्काई पर एक लाइन लिखी है, जिसमें हिन्दुत्व की तुलना इस्लामिक जिहादी और कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोकोहरम से की गई है. इस पुस्तक को पढ़ने से तिवारी की धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचा क्योंकि उन्हें अपने धर्म पर काफी आस्था है.
हिन्दू और हिन्दुत्व कोई अलग शब्द नहीं
शुभांशी तिवारी का तर्क था कि हिन्दुत्व हिन्दू नाम का ठीक वैसे ही गुण बताने वाला शब्द है, जैसे मातृत्व माता नाम का गुण है, भ्रातृत्व भ्राता नाम का गुण है. राष्ट्रीयता राष्ट्र नाम का गुण है. पितृत्व पिता नाम का गुण है. मानवता मानव नाम का गुण है. धार्मिकता धर्म नाम का गुण है. इस प्रकार हिन्दू और हिन्दुत्व कोई अलग शब्द नहीं, बल्कि एक ही है.
ये भी पढ़ें - क्या फायदा? हिंदू-हिंदुत्व पर घिरते रहे हैं राहुल गांधी और कांग्रेस नेता
कई देशों में बोको हरम और आईएसआईएस पर प्रतिबंध
अर्जी में साफ कहा गया है कि बिना किसी आधार और सबूत के उसके धर्म पर कुठाराघात करना नैतिक और कानूनी रूप से गलत है.यह भी कहा गया है कि बोको हरम और आईएसआईएस की तुलना एकदम गलत है क्योंकि कई देशों ने इन पर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है. सलमान खुर्शीद को हिंदू धर्म, उनके ग्रंथ या विभिन्न पंथों की कोई जानकारी नहीं है. उसके बावजूद इस प्रकार हिंदुत्व पर अनर्गल टिप्पणी करना मात्र दो समुदायों की धार्मिक भावनाओं को भड़काना है और वैमनस्यता बढ़ाकर उन पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना है.
HIGHLIGHTS
- सलमान खुर्शीद एक सीनियर एडवोकेट होने के साथ केंद्र में कई बार मंत्री रहे हैं
- खुर्शीद की किताब के पृष्ठ 113 पर अध्याय 6 द सैफरन स्काई पर बढ़ रहा है विवाद
- अनर्गल टिप्पणी के पीछे धार्मिक भावनाओं को भड़काने और वैमनस्यता बढ़ाने का आरोप
हिंदुत्व पर विवादित कमेंट: कोर्ट ने दिया सलमान खुर्शीद पर FIR का आदेश
बुधवार को एसीजेएम शांतनु त्यागी ने थाना प्रभारी बख्शी का तालाब (BKT) को आदेश दिया है कि वह तीन दिन में FIR की कॉपी कोर्ट भेजने के साथ मामले की पूरी जांच करें.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ लखनऊ की एक कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने और तीन दिन में रिपोर्ट (FIR) की कॉपी कोर्ट भेजने का आदेश दिया है. खुर्शीद के खिलाफ हिंदू धर्म और हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन बोको हरम और आईएसआईएस से करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा. बुधवार को एसीजेएम शांतनु त्यागी ने थाना प्रभारी बख्शी का तालाब (BKT) को आदेश दिया है कि वह तीन दिन में रिपोर्ट की कॉपी कोर्ट भेजने के साथ मामले की पूरी जांच करें.
इससे पहले बीकेटी की रहने वाली शुभांशी तिवारी ने सलमान खुर्शीद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग वाली अर्जी देकर कोर्ट को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन अवर टाइम्स’ में कुछ अंश अत्यंत विवादास्पद और हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने वाले हैं. इससे उनकी और उनके समुदाय की भावनाएं आहत हुईं हैं. उन्होंने बताया था कि खुर्शीद ने अपनी विवादित किताब के प्रमोशन के दौरान दिए इंटरव्यूज में हिंदुत्व की तुलना जानवर और हैवान से की है. तिवारी ने पहले बीकेटी थाने में जाकर केस दर्ज करने की अर्जी दी थी. पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद शुभांशी तिवारी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
किताब के कुछ अंश बेहद विवादित
कोर्ट में दाखिल अर्जी में आरोप लगाया है कि सलमान खुर्शीद एक सीनियर एडवोकेट होने के साथ ही केंद्र में कई बार मंत्री पदों पर रहे हैं. उनकी लिखी किताब सनराइज ओवर अयोध्या के कुछ अंश बेहद विवास्पद और हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने वाले लगे हैं. किताब के पृष्ठ 113 पर अध्याय 6 द सैफरन स्काई पर एक लाइन लिखी है, जिसमें हिन्दुत्व की तुलना इस्लामिक जिहादी और कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोकोहरम से की गई है. इस पुस्तक को पढ़ने से तिवारी की धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचा क्योंकि उन्हें अपने धर्म पर काफी आस्था है.
हिन्दू और हिन्दुत्व कोई अलग शब्द नहीं
शुभांशी तिवारी का तर्क था कि हिन्दुत्व हिन्दू नाम का ठीक वैसे ही गुण बताने वाला शब्द है, जैसे मातृत्व माता नाम का गुण है, भ्रातृत्व भ्राता नाम का गुण है. राष्ट्रीयता राष्ट्र नाम का गुण है. पितृत्व पिता नाम का गुण है. मानवता मानव नाम का गुण है. धार्मिकता धर्म नाम का गुण है. इस प्रकार हिन्दू और हिन्दुत्व कोई अलग शब्द नहीं, बल्कि एक ही है.
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कई देशों में बोको हरम और आईएसआईएस पर प्रतिबंध
अर्जी में साफ कहा गया है कि बिना किसी आधार और सबूत के उसके धर्म पर कुठाराघात करना नैतिक और कानूनी रूप से गलत है.यह भी कहा गया है कि बोको हरम और आईएसआईएस की तुलना एकदम गलत है क्योंकि कई देशों ने इन पर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है. सलमान खुर्शीद को हिंदू धर्म, उनके ग्रंथ या विभिन्न पंथों की कोई जानकारी नहीं है. उसके बावजूद इस प्रकार हिंदुत्व पर अनर्गल टिप्पणी करना मात्र दो समुदायों की धार्मिक भावनाओं को भड़काना है और वैमनस्यता बढ़ाकर उन पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना है.
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