बहराइच में रविवार को हुई हिंसा का दंश अब तक दिखाई दे रहा है. बहराइच अब छावनी बन चुका है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग घरों में दुबके हुए हैं. हिंसा के बाद आज पहला जुमा है. चारों ओर सिर्फ पुलिस, पीएएसी, आरआरएफ के जवान दिखाई दे रहे हैं. सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगे हुए हैं. हर व्यक्ति से पूछताछ हो रही है. जिले में बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. जवान और अधिकारी गश्त कर रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं.
आरोपियों के एनकाउंटर के बीच आज जुमे की नमाज के लिए पूरे जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग की गई है. हिंसा जहां भड़की थी, वहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. लोगों के आईकार्ड चेक किए गए हैं. पुलिस पैदल, बाइक और कार से आने-जाने वाले को चेक कर रही है. पुुलिस अब किसी भी ढिलाई के मूड में नहीं दिख रही है.
परिजनों ने कहा- अब तक इंसाफ नहीं हुआ
इधर मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिजन हत्या के आरोपी सरफराज और तालीम के हाफ एनकाउंटर से नाखुश हैं. उन्होंने बताया कि वे हाफ एनकाउंटर से नाखुश हैं. अब तक इंसाफ नहीं हुआ है. परिजनों ने कहा है कि वे विधानसभा जाएंगे और वहां प्रदर्शन करेंगे. रामगोपाल की मां ने कहा- मुझे सिर्फ इंसाफ चाहिए. पुलिस ने अब तक इंसाफ नहीं दिया है. रामगोपाल की पत्नी ने कहा कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे आत्मदाह कर लेंगे. महज दिखावे के लिए दोनों को गोली मारी है.
अब तक मामले में पांच लोग गिरफ्तार
बता दें, बहराइच में 13 अक्टूबर को दुर्गा जी की प्रतिमा का विसर्जन हो रहा था, इस दौरान हिंसा भड़क गई थी. रामगोपाल मिश्रा की इसी दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में शामिल सरफराज और तालीम के पैर में भागते वक्त गोली लगी है. सरफराज वही व्यक्ति है, जिसने मिश्रा पर गोलियां चलाईं. खुद सरफराज की बहन ने यह बात कुबूल की है.