आयकर विभाग ने देश में पहली बार सैटेलाइट के जरिए करीब 15 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है. मोदी नगर के प्रॉपर्टी कारोबारी ने 3 साल पहले एक व्यवसायिक संपत्ति की रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा कर कृषि भूमि दिखाकर स्टांप के साथ आयकर चोरी की. हैदराबाद की एजेंसी से सैटेलाइट जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़े के खुलासे पर विभाग ने कारोबारी के खिलाफ आयकर जांच शुरू कर दी है. इस मामले में विभाग 90 फ़ीसदी तक जुर्माना वसूलेगा.
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जांच शाखा विभाग ने देश में पहली बार हाईटेक तरीके से सैटेलाइट का प्रयोग करके आयकर चोरी पकड़ी है. गाजियाबाद जांच शाखा को जून 2018 में शिकायत मिली थी इस शिकायत में बताया गया कि मोदीनगर के जलालाबाद की एक जमीन की रजिस्ट्री 3 वर्ष पहले 30 लाख में करने की शिकायत दी गई थी. प्रॉपर्टी कारोबारी ने रजिस्ट्री में कृषि भूमि की तस्वीर लगा दी थी.
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आयकर विभाग ने शिकायत को गंभीरता से लेकर हैदराबाद की जांच एजेंसी एनआरएसए से उस संपत्ति के 3 वर्ष पुरानी वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट मांगी. हैदराबाद की एजेंसी की रिपोर्ट में उक्त भूखंड पर व्यवसायिक कंपलेक्स बने होने की पुष्टि की गई है. सैटेलाइट की इन तस्वीरों को आप देख सकते हैं कि किस तरह से कारोबारी ने खाली जमीन दिखाकर कंपलेक्स बनी हुई जमीन की रजिस्ट्री कराई और टैक्स चोरी की गई विभाग ने इस रिपोर्ट को लखनऊ की एक स्थानीय एजेंसी को भी जांच के लिए भेजा था.
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लखनऊ की जांच एजेंसी ने भी हैदराबाद की रिपोर्ट को सही बताया बड़ा सवाल यह उठता है कि प्रशासनिक रिपोर्ट में भी यह मामला पकड़ में नहीं आया लेकिन स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच में सहयोग नहीं कियाण्
Source : News Nation Bureau